चंडीगढ़ - अग्रजन पत्रिका ब्यूरो--
भाजपा से बगावत करके निर्दलीय तौर पर मेयर पद के लिए नामांकन भरने वाली चंद्रावती शुक्ला को झटका लगा है। नगर निगम के रिटर्निंग अधिकारी ने चंद्र वती शुक्ला का नामांकन खारिज कर दिया है क्योंकि कांग्रेसी पार्षद सतीश कैंथ ने चंद्र वती शुक्ला को प्रपोज किया था सतीश कैंसर इससे पहले कांग्रेस के मेयर पद के उम्मीदवार दविंदर सिंह बबला के नाम कन को भी प्रपोज किया था नियमों के अनुसार एक पार्षद एक से ज्यादा ना मकन को प्रपोज नहीं कर सकता जिस कारण चंद्र वती शुक्ला का नामांकन खारिज कर दिया गया है। मालूम हो कि सोमवार को जब भाजपा ने मेयर सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के उम्मीदवार घोषित किए थे तो चंद्र वती शुक्ला ने नाराजगी जाहिर करते हुए निर्दलीय तौर पर नामांकन भर दिया था। तब से चंद्र वती शुक्ला को भाजपा नेताओं की ओर से मनाया भी जा रहा था। चंद्रावती शुक्ला के नामांकन भरने के बाद कांग्रेस पार्टी ने भी उन्हें समर्थन देने का दावा किया था। ऐसे में चंद्रपति शुक्ला का नामांकन खारिज होने से कांग्रेस की रणनीति में भी पानी फिर गया है। कांग्रेस के मेयर पद के उम्मीदवार दविंदर सिंह बबला ने भी दो नामांकन भरे थे ऐसे में कैंथ की ओर से उन्हें भी प्रपोज करने पर उनका एक नामांकन खारिज कर दिया गया है और एक नामांकन मंजूर किया है। रिटर्निंग अधिकारी एवं अतिरिक्त कमिश्नर अनिल गर्ग का कहना है कि चंद्र वती शुक्ला का नामांकन खारिज कर दिया गया है। मालूम हो कि भाजपा के खिलाफ इस समय पार्षद भरत कुमार भी हैं। भरत कुमार ने भाजपा के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद अपने सभी पदों से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी थी। पार्षद भरत कुमार को भाजपा नेताओं की ओर से मनाने का काफी प्रयास किया जा रहा है लेकिन भरत कुमार मानने के लिए तैयार नहीं है। भाजपा से बागी हुए पार्षद भरत कुमार ने दैनिक जागरण से बातचीत करते हए कहा है कि वह अपनी बात पर अडिग है। भरत कुमार का कहना है कि अब वह भाजपा के पार्षद नहीं है वह सिर्फ अपने एरिया के पार्षद हैं। भरत कुमार का कहना है कि जो भी पार्टी से गद्दारी करता है उन्हें ही पद दिया जाता है।
चंद्रावती शुक्ला का नामांकन खारिज होने से भाजपा को राहत मिली है। क्योंकि चंद्र वती शुक्ला के मैदान में होने से भाजपा में क्रॉस वोटिंग की संभावना थी। नामांकन के दस्तावेज को चेक करने के लिए रिटर्निंग अधिकारी ने सभी दलों के उम्मीदवारों को बुलाया हुआ था। इस मौके पर भाजपा के मेयर पद के उम्मीदवार रवि कांत शर्मा भी मौजूद थे। उन्होंने भी चंद्र वती शुक्ला के नामांकन पर आपत्ति जाहिर की थी।