सफीदों, (): केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि अध्यादेशों के खिलाफ प्रस्तावित भ्भारत बंद के मद्देनजर सफीदों क्षेत्र के किसानों ने नगर के ऐतिहासिक खानसर चौंक पर असंध-सफीदों मार्ग को जाम कर दिया। इसके अलावा ग्रामीणों ने उपमंडल के गांव बुढ़ाखेड़ा व सिल्लाखेड़ी में भी सफीदों-जींद मार्ग पर बीचोबीच पेड़ डालकर मार्ग अवरूद्ध कर दिया। गांव बुढ़ाखेड़ा व सिल्लाखेड़ीम् म्के प्रदर्शन में महिलाओं की अच्छी खासी भागीदारी देखने को मिली। क्षेत्र के किसान सोमवार सुबह की खानसर चौंक पर पहुंच गए थे। किसानों ने आननफानन में अपने ट्रैक्टर व व्हीकल अड़ाकर पानीपत-सफीदों-असंध हाईवे को पूरी तरह से जाम कर दिया और प्रमुख चौंक पर टैंट लगाकर धरने पर बैठ गए। जाम के दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस प्रदर्शन को अनेक मजदूर व कर्मचारी संगठनों ने भी धरनास्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया। दोपहर बाद किसानों ने सफीदों नगर में मार्च निकाला और दुकानदारों से अपनी दुकानें बंद करने की शांतिपूर्ण अपील की। किसानों का कहना था कि इन तीनों अध्यादेशों से किसानों को कोई लाभ नहीं होने वाला है और यह केवल पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का सरकार द्वारा केवल षडय़त्र रचा गया है। यह अध्यादेश इस देश के किसान, आढ़ती व मजदूर को पूरी तरह से खत्म कर देगा। किसानों ने कहा कि सरकार हठधर्मिता पर उतरी हुई है। सरकार अपनी गलतियों को सुधारने की बजाए किसानों को प्रताडि़त करने का काम कर रही है। सरकार को चाहिए कि वह अहंकार का रास्ता त्यागकर किसानों की बातों को सुने और उनकी मांगों को तत्काल प्रभाव से माने। सरकार को समझ लेना चाहिए कि जब तक वह तीनों काले कानूनों को वापिस नहीं ले लेती तब तक देश का किसान पीछे हटने वाला नहीं हैं। सरकार यह भी अपने जेहन से निकाल दे कि आंदोलन कमजोर होने वाला है। किसानों द्वारा लगाए गए जाम के कारण वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वाहन चालक अपने गंतव्य पर जाने के लिए लिंक मार्गों पर भटकते हुए दिखाई पड़े।