जाखल सीएचसी में होम्योपैथिक डिस्पेंसरी शुरू करने की उठी मांग।
जाखल
प्रदेश सरकार होम्योपैथिक चिकित्सा विभाग की ओर से जाखल के सीएचसी में शुरू से ही होम्योपैथिक इलाज हेतु एक डॉक्टर और एक फार्मासिस्ट नियुक्त किया था। लेकिन हॉस्टल में होम्योपैथिक डॉक्टर कभी कबार आते थे इसके चलते यहां आने वाले मरीजों को ताला ही लटका मिलता था। उसके बाद रिजेन देने के बाद काफी लंबे समय से अब यह दोनों पोस्ट खाली पड़ी है। लगभग सन 2009 के बाद होम्योपैथिक इलाज के लिए आने वाले लोगों ने भी मान लिया था कि यहां पर डॉक्टर उपलब्ध नहीं है इसके चलते अब मरीज यहां नहीं आते। होम्योपैथिक के निजी अस्पतालों में इलाज के लिए जा रहे हैं। इस मामले में जहां जनप्रतिनिधि खामोश थे वही स्वास्थ्य विभाग यहां होम्योपैथी डॉक्टर की उपस्थिति के लिए गंभीर नहीं है। लेकिन कोविड-19 की तीसरी लहर को देखते जख्मी समाजसेवी संस्थाओं ने फिर से यहां होम्योपैथिक डॉक्टर उपलब्ध करवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग से और सरकार से मांग की है।
पत्र लिखकर उठाई मांग
जाखल सीएचसी में होम्योपैथिक डॉक्टर उपलब्ध करवाने के लिए जन सेवा समिति चैरिटेबल ट्रस्ट, श्री कृष्णा मंदिर कमेटी, गौशाला कमेटी नव दुर्गा भजन मंडल, श्री राम शरणम्, लायंस क्लब जाखल, शिव शक्ति भजन मंडल, जय दुर्गे भजन मंडल, जय मां काली भजन मंडल आदि संस्थाओं के नुमाइंदों ने एक साथ संयुक्त रुप से प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री, फतेहाबाद के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी, और जाखल एसएमओ को पत्र लिखकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाखल में एक अतिरिक्त होम्योपैथिक डॉक्टर की आवश्यकता के बारे में लिखा गया है। मंडी के गणमान्य लोगों ने कहा की जिला फतेहाबाद के अधीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भुना, भट्टू, रतिया व टोहाना में होम्योपैथी डिस्पेंसरी के सेवाएं सुचारू रूप से चलाई जा रही है लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाखल में वर्षों से होम्योपैथिक डिस्पेंसरी बंद पड़ी है कृपया जनहित को ध्यान में रखते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाखल में एक होम्योपैथी डिस्पेंसरी जल्दी शुरू करवाई जाए ताकि भविष्य में यहां पर आने वाले मरीजों को होम्योपैथी इलाज का लाभ मिल सके।
इस बारे में नोडल अधिकारी डॉक्टर राजेश क्रांति से बात की गई तो उन्होंने कहा यहां पर होम्योपैथिक सेक्शन है। जिसके तहत जाखल सीएचसी में एक होम्योपैथिक डॉक्टर और एक फार्मासिस्ट की जरूरत है। लोगों की मांग के अनुसार उन्होंने उच्च अधिकारियों को पत्र जारी कर दिया है।