आईएएस रानी नागर ने एक फिर यूपी पुलिस और सरकार से की शिकायत- देखिये क्या है पूरा मामला
मेरा उत्तर प्रदेश पुलिस व उत्तर प्रदेश प्रशासन से सविनय अनुरोध है कि उत्तर प्रदेश पुलिस वह प्रक्रिया अपनाये जो क़ानूनी है। ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से मुझे व मेरी बहन कु. रीमा नागर को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा प्रताड़ित ना किया जाए।
आपकी जानकारी के लिए वर्ष 2018 में मेरे रानी नागर द्वारा अख़बार में निकाला गया नोटिस की प्रति संलग्न है जिसमें मैं रानी नागर अपने दोनो भाइयों राहुल नागर व सचिन नागर से सम्बंध विच्छेद कर चुकी हूँ।
वर्ष 2014 में सरकारी नौकरी में आने से पहले मैं रानी नागर वर्ष 2005 से सीए चार्टर्ड अकाउंटेंट की नौकरी करती थी। मेरे छोटे भाई सचिन नागर ने मुझसे मेरी तनख़्वाह में से मेरे खाते से नक़द व अपने खाते में कई वर्षों तक काफ़ी रुपये लिए हैं।
मैंने रानी नागर ने अपने कार्यालय में जून 2018 में अपने यौन शोषण की शिकायत दर्ज करवाई थी। मेरे दोनो भाई सचिन नागर व राहुल नागर ने मुझ पर बहुत दवाब बनाया की मैं अपनी जून 2018 में की गयी यौन शोषण की शिकायत को वापस ले लूँ। सचिन नागर ने वर्ष 2005 से वर्ष 2018 तक मुझसे रानी नागर से जो रुपये नक़द व अपने खाते में लिए थे, वो रुपये भी सचिन नागर ने मुझे वापस करने से मना कर दिया। इसलिए मैंने रानी नागर ने सितम्बर 2018 में अपने दोनो भाइयों राहुल नागर व सचिन नागर से सम्बंध विच्छेद कर लिए थे जिसकी प्रति संलग्न है जो नोटिस दैनिक जागरण अख़बार में दिल्ली एनसीआर संस्करण में दिनांक 13 सितम्बर 2018 को छपा था।
मेरा उत्तर प्रदेश पुलिस व उत्तर प्रदेश प्रशासन से सविनय अनुरोध है कि ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से मुझे व मेरी बहन कु. रीमा नागर को प्रताड़ित ना किया जाए व नियमानुसार कार्यवाही की जाए।