भिवानी 7 अप्रैल।- अग्रजन पत्रिका ब्यूरो-- उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने बुधवार को विभिन्न विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ गांव सुई का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांव में सभी मूलभूत सुविधाएं हों, जिससे यह गांव सबसे सुंदर आर्दश गांव बने। उन्होंने अधिकारियों को अपने-अपने विभागों से संबंधित प्रोजेक्ट बनाने के निर्देश दिए, जिसे सरकार के पास भेजा जाएगा।
अधिकारियों को निर्देश देते हुए उपायुक्त श्री आर्य ने कहा कि गांव के लिए ऐसी योजना तैयार की जाए ताकि यह गांव हेरिटेज और रूरल ट्यूरिजम के रूप में विकसित हो। हर घर में नल और नल में स्वच्छ पर्याप्त जल पहुंचे। इसके साथ-साथ नलों पर टूंटी हों ताकि पानी बर्बाद न हो। पेयजल के लिए जहां पर बुस्टर की जरूरत हो, वहां पर नया बुस्टर स्थापित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि गांव में गंदे पानी की निकासी का समुचित प्रबंध हो। उन्होंने कहा कि गांव से गंदा पानी तालाबों मेंं नही जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांव में सामुदायिक शौचालय हों। उपायुक्त ने कहा कि गांव में बने खेल स्टेडियम में खिलाडिय़ों के लिए और अधिक सुविधाएं प्रदान की जाएं। खिलाडिय़ों के लिए जिम की भी सुविधा प्रदान की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि गांव सुई से दूसरे गांवों को जोडऩे के साथ ही चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय तक जाने वाले संपर्क मार्ग को पक्का किया जाए। उपायुक्त ने कहा कि गांव की पीएचसी में चिकित्सा से संबंधित सभी जरूरी सुविधाए मुहैया करवाई जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि गांव के चारों और संपर्क मार्गों पर स्वागत द्वार बनाए जाएं।
इस दौरान उपायुक्त श्री आर्य ने गांव में सेठ श्रीकिशन द्वारा बनवाए गए ऑडिटॉरियम, झील, स्टेडियम के अलावा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, राजकीय कन्या स्कूल और पीएचसी का निरीक्षण किया। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि स्कूल में बच्चों को शिक्षण कार्य से संबंधित सभी जरूरी सुविधाएं मिलनी चाहिए। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बनाई गई कंप्यूटर लैब को बच्चों को लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने गांव में सफाई व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए।
इस दौरान एसडीएम महेश कुमार, जिला राजस्व अधिकारी प्रमोद चहल, जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह श्योराण, जिला खेल अधिकारी कृष्ण ढांडा, बीडीपीओ रविंद्र दलाल, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता कृष्ण कुमार, डॉ. कृष्ण कुमार, सरपंच बलबीर सिंह, पूर्व सरपंच रामफल फौजी, कंवरभान पंच, सुभाष, छाजूराम नंबरदार, सुमेर सिंह, सतीश कुमार, चांदराम सहित गांव के अनेक प्रबुद्ध लोग व विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।