पंचकूला , 23 जनवरी ( अग्रजन पत्रिका ब्यूरो-- ) शहीद सिपाही पृथ्वी सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, रत्तेवाली में ' रोल मॉडल' पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डॉ अनु पेशे से आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं । समाज कल्याण की भावना से ओतप्रोत डॉ अनु ने कोरोना काल में
जिले के प्रशासनिक, पुलिस अधिकारियों , कर्मचारियों व आम जनता को निशुल्क दवाएँ बनाकर आबंटित की थी।
डॉ अनु ने छात्रों को बताया कि वो भी उनकी भांति सरकारी विद्यालय से पढ़ी हुई हैं। उनके रोल मॉडल उनके पिता थे जिन्होंने अपना जीवन कर्तव्यपरायणता व निष्ठा से जिया। उनके द्वारा दिए गए संस्कारों की बदौलत आज उनका समाज मे अच्छा मुकाम है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए बताया कि उनकी भांति उन्हें भी अंग्रेजी भाषा का ज्ञान नमात्र था। परंतु माता जी की शिक्षा व प्रेरणा तथा दृढ़ संकल्प के चलते उन्होंने अंग्रेजी बोलनी भी सीखी व बीएमएस की डिग्री भी हासिल की है। जब हम कुछ करने का निश्चय कर लें , तो मंज़िल अपने आप मिल जाती है।
एएनएम सुनीता ने छात्राओं को मासिक धर्म के बारे में तथा हृदय रोग से पीड़ित व्यक्ति को कैसे प्राथमिक चिकित्सा दी जा सकती है, के बारे में गतिविधि करके बताया। उन्होंने कोरोना का टीकाकरण किस किस को नही लगेगा के बारे में भी विस्तार से बताया। जिसमें गर्भवती महिला, दूध पिलाने वाली मां तथा गम्भीर बीमारी से पीड़ित को कोरोना का टीका नही लगाया जाएगा। सभी स्वस्थ लोग टीका अवश्य लगाएं ।
आशा वर्कर सीमा ने सभी को कोरोना से बचाव के तीन तरीकों - मास्क लगाना, सामाजिक दूरी बनाने रखना व हाथों को बार बार धोने के बारे में बताया।
प्रधानाचार्य श्रीमती साधना ने डॉ अनु, एएनएम सुनीता व आशा वर्कर सीमा का छात्राओं का मनोबल बढ़ाने के लिए धन्यवाद किया। प्रधानाचार्य ने कहा कि देश की महिला पायलटों ने अमेरिका के सैनफ्रांसिस्को से बेंगलुरु तक 16000 किलोमीटर की उड़ाकर यह साबित कर दिया कि लड़कियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नही है। एक महिला पायलट के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जब वो पायलट चुनी गई , उस समय उनकी मां भय वश बहुत रोई। परन्तु जिस दिन उन्होंने उड़ान भरकर इतिहास रचा तो उस दिन उस माँ की आँख में खुशी के आँसू थे।
इस अवसर पर गणित की प्रवक्ता निशु मदान , इतिहास की प्रवक्ता प्रिया बेनीवाल, कॉमर्स की प्रवक्ता रेखा भी मौजूद रहे। ततपश्चात छात्राओं को रिफ्रेशमेंट भी दी गई। पंचकूला के जनऔषधि केंद्र के अनिल गिल द्वारा दिए गए सैनिटरी नैपकिन भी लड़कियों को वितरित किए गए।