Haryana
किसान अन्नदाता होने के साथ साथ देश के आर्थिक ढांचे मे रीढ़ की हड्डी हैं : विकास दास महाराज
January 22, 2021 07:43 PM
अम्बाला :- अग्रजन पत्रिका ब्यूरो-- किसान अन्नदाता होने के साथ साथ देश के आर्थिक ढांचे मे रीढ़ की हड्डी हैं : विकास दास महाराज
मोहड़ा आश्रम के संस्थापक महामंडलेश्वर श्री श्री विकास दास महाराज ने कहा है कि किसान अन्नदाता होने के साथ साथ देश के आर्थिक ढांचे मे रीढ़ की हड्डी हैं। वे अपनी मांगाें को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। उनकी मांगे जायज हैं। सबको अधिकार है अपनी मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन करने का। हम भी उनकी मांगों के पक्ष में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से विनती करते हैं कि किसानों की जायज मांगों को जल्दी पूरा करें। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ साथ कुछ विदेशी ताकतें और खालिस्तानी किसान आंदाेलन में प्रवेश कर चुके हैं जोकि शांतिपूर्वक चल रहे इस आंदोलन को दूसरी दिशा में ले जाना चाहते हैं। 26 जनवरी देश का एतिहासिक दिन है। इस दिन देश का संविधान लागू हुआ था। तब से इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। कुछ विदेशी ताकतें और खालिस्तानी इस बार 26 जनवरी को गड़बड़ करना चाहते हैं। किसानों ने अब तक अपना आंदोलन सूझ बूझ के साथ शांतिपूर्वक चलाया है। लेकिन 26 जनवरी को किसान लाल किला ग्राउंड तक ट्रैक्टर रैली निकालना चाहते हैं। इस दौरान विदेशी ताकतें और खालिस्तानी देश की एकता और अखंडता को तोड़ने का कुप्रयास करने की फिराक में हैं ताकि विदेशों में हमारे देश की छवि धूमिल हो। उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों को लेकर किए जा रहे आंदोलन में हम किसानों के साथ है लेकिन किसानों से अनुरोध करते हैं कि वे विदेशी ताकतों और खालिस्तानियों से सतर्क रहें। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी अनुरोध किया है कि वे किसानों की बात को सुनकर उनकी समस्या को सुलझाने का प्रयास करें। देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी किसानों के बिना देश नहीं चल सकता। उन्होंने किसानों से भी अनुराेध किया है कि देश की एकता और अखंडता को तोड़ने के विदेशी ताकतों और खालिस्तानियों के प्रयास को सफल न हाेने दें।