पूनिया चिकित्सक दम्पति कोरोना वैक्सीन ट्रायल में फिर बनी एक मिसाल
. हम होंगे कामयाब ~ डॉ वन्दना
कोरोना कोवाक्सिन जल्द होगी तैयार ~ डॉ करन पूनिया
भिवानी , 28 नवंबर ।-- अग्रजन पत्रिका ब्यूरो--
आइएमए हरियाणा के वर्ष 2021 के प्रदेश अध्यक्ष डॉ करन पुनिया व हरियाणा
महिला डॉक्टर्स विंग की अध्यक्षा डॉ वन्दना पूनिया दम्पति आज मेडिकल
कॉलेज रोहतक में भारत बॉयोटेक हैदराबाद व आईसीएमआर दिल्ली के संयुक्त
कोवाक्सिन प्रकल्प के तीसरे चरण की ट्रायल हेतु एक वालंटियर के रूप में
पहुंचे और वैक्सीन का परीक्षण टीका लगवाया । प्रोफेसर डॉ सविता वर्मा ,
डॉ रमेश वर्मा , डॉ मोनिका गोयत ढिल्लों ने पूरा परीक्षण करने उपरांत
पूनिया चिकित्सक दम्पति को परीक्षण टीका लगवाया । वालंटियर बने प्रदेश
अध्यक्ष डॉ करन पूनिया ने बताया कि कोरोना वैक्सीन अपने ही देश मे बने
और जल्द बने इसके लिए सभी को पहल करके स्वेच्छा से परीक्षण हेतु आगे आना
चाहिए । देश को आत्मनिर्भर व स्वालम्बी बनाना आवश्यक है । महिला विंग की
अध्यक्षा डॉ वन्दना ने बताया कि उन्हें इस ट्रायल का हिस्सा बनने पर
गर्व की अनुभूति हो रही है व देश हित मे यह कार्य करके बेहद खुशी हो रही
है । चिकित्सक दम्पति ने आगे बताया कि कोई भी व्यक्ति 18 वर्ष ऊपर आयु
का हो और स्वस्थ हो तो उचित है ही फिर भी यदि बीपी शुगर ह्रदय बीमारी हो
और ये बीमारी नियंत्रित हो तो वह भी इस वैक्सीन ट्रायल में हिस्सा ले
सकता है । इस वैक्सीन ट्रायल का हिस्सा बनने हेतु पीजीआईएमएस रोहतक के
हेल्पलाइन 9416447071 मोबाइल नम्बर पर रजिस्टर करवाना होगा । कुल दो
टीके लगेंगे । पहले ट्रायल टीकाकरण के उपरांत दूसरा ट्रायल टीका 28 दिन
बाद लगेगा और अगले हर 8 महीने तक हर एक माह के अंतराल में केवल आर टी
पीसी आर टेस्ट करवाना होगा लेकिन टीका नही लगेगा । किसी तरह के भय से
मुक्त होकर ही इच्छुक नागरिक को इसका हिस्सा बनना चाहिए और ट्रायल को
पूरा करने पर ही वांछित परिणाम आ सकेंगे । इस मौके पर मौजूद मेडिसिन
विभाग के प्रोफेसर डॉ हरजीत सिंह फोगाट ने भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए
कहा कि पूरे विश्व मे कोरोना से ग्रस्त मानवता की भलाई हेतु असली
कोरोना योद्धा बनने का इससे उत्तम अवसर और दूसरा नही हो सकता । दूसरे
वालंटियर्स को भी स्वेच्छा से अधिक से अधिक संख्या में जल्द आगे आना
चाहिए जिससे हमारा देश सबसे पहले कोरोना वैक्सीन बनाने वाला लीडर
कहलाये और हम कोरोना पर विजय हासिल कर सकें ।