●लाल किला से प्रधान मन्त्री नरेन्द्र मोदी का देश को सम्बोधन
आत्मनिर्भर होने के लिये सन्तुलित विकास चाहिये।
भूकम्प आये, बिजली गिरना,जल प्रलय आई, कोरोना आया व टिड्डी दल आया परन्तु देशवासियों का मनोबल नहीं टूटा।
वाजपेयी जी ने देश को स्वर्णिम चतुर्भुज योजना दी और उसे पूरा भी किया।
देश में पहली बार हुआ है कि ग़रीब के बैंक खाते में पूरे 100 पैसे पहुँच रहे हैं।
(पहले तो 15 पैसे ही पहुँचते थे।)
पहले किसान अपनी फसल केवल अपने क्षेत्र में ही बेच सकता था। हम ने किसान को यह अधिकार दिया कि उन्हें अधिक मूल्य मिलता तो वे अपनी फसल कहीं भी बेच सकते हैं।
मेक फ़ॉर वर्ल्ड।
नयी शिक्षा नीति छात्रों को जड़ से जोड़ेगी।
2014 तक देश की केवल 60 पंचायतों में ऑप्टिकल फाइबर पहुँचा था पर हम ने उसे डेढ़ लाख गाँवों ता पहुँचा दिया है। आगामी 1000 दिनों देश के सभी 6 लाख गाँवों में पहुँचाया जायेगा।
आज देश की बेटियाँ फ़ाइटर प्लेन उड़ा रही हैं।
70% मुद्रा लोन देश की महिलाएं ले रही हैं।
केवल 1 रू 5 करोड़ में सैनेट्री पैड देश की महिलाओं को उपलब्ध करवाये।
अब युद्ध क्षेत्र में महिलाएं तैनात।
प्रत्येक भारतीय को हैल्थ आईडी दी जायेगी जिस में उस के स्वास्थ्य और इलाज का पूरा विवरण होगा।
MBBS और MD की 40 हजार सीटें बढ़ाईं।
कोरोना को लेकर देश के वैज्ञानिक अखण्ड तपस्या में जुटे हैं।
देश में 3 कोरोना वैक्सीन पर काम जारी।
वैज्ञानिकों की हरी झंडी मिलते ही हर देशवासी को यह वैक्सीन उपलब्ध करवाई जायेगी। इस की योजना तैयार कर ली गयी है।
हम ने विदेश के शर्णार्थियों को सम्मान पूर्वक देश की नागरिकता दी।
सुरक्षा परिषद की अस्थायी सदस्यता के लिये भारत को 192 देशों में से 184 देशों का समर्थन मिला है। यह देश की मज़बूती का प्रमाण है।
जम्मू कश्मीर में परिसीमन की प्रक्रिया चल रही है।
जब भी हम किसी असाधारण योजना पर चलते हैं तो अनेक कठिनाइयां आती ही हैं। हम ऐसी चुनौतियों पर विजय पा कर ही रहेंगे।
हमारे सैनिकों हर किसी को मुँह तोड़ जवाब दिया है। मैं सैनिकों को आदरपूर्वक नमन करता हूँ।
सुरक्षा परिषद की अस्थायी सदस्यता के लिये भारत को 192 देशों में से 184 देशों का समर्थन मिला है। यह देश की मज़बूती का प्रमाण है।
हम क्या कर सकते हैं यह पूरे विश्व ने लद्दाख में देख लिया।
जिस ने भी हमें चुनौती दी हमारे सैनिकों ने उसे कड़ा जवाब दिया।
कोरोना में जिस देश भी हमारी सहायता की हम उस देश की सराहना और धन्यवाद करते हैं।
कोरोना में जिस देश भी हमारी सहायता की हम उस देश की सराहना और धन्यवाद करते हैं।
रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर भारत जैसे कदम उठाये गये हैं।
देश आतंकवाद और 'विस्तारवाद' का मुकाबला कर रहा है।
100 से अधिक सैन्य उपकरणों के आयात पर रोक लगाई।
आने वाले समय 1 लाख नये NCC कैडट बनाये जायेंगे। उन्हें जल और थल सीमा पर सैनिकों की सहायता के लिये तैनात किया जायेगा जिन में 30% बेटियाँ होंगी।
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि का समाधान निकला।
हम दुनिया में किसी से कम नहीं यह भाव लेकर हमें आगे बढ़ना है। तभी हमारा श्रेष्ठतम भारत बनाने का संकल्प पूरा होगा।
कोरोना बड़ी विपत्ति अवश्य है पर इतनी बड़ी भी नहीं है कि हमारे आगे बढ़ते कदमों को रोक सके।