करनाल 15 मई, : -- अग्रजन पत्रिका के लिए सत्यनारायण गुप्ता---लॉक डाउन के बाद 55 दिन से बेरोजगारी की मार सह रहे टैक्सी ड्राइवरों की आवाज कांग्रेस के जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह ने उठाई है। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिख कर उनको टैक्सी ड्राइवरों की बदहाली से अवगत करवाते हुए लाकडाउन से इस बर्ग को भी टैक्सी चलाने की सीमित प्रतिबंध के साथ अनुमति देने की मांग की हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश औश्र करनाल में लाखों लोग प्राइवेट टैक्सी चलाकर अपने परिवार का पेट भर रहे हैं। कोरोना संक्रमण काल में इनका कारोवार पिछले 55 दिन से ठप पड़ा हुआ है। कोराना के खिलाफ लड़ाई में इस वर्ग ने प्रशासन व सरकार को संपूर्ण सहयोग दिया। जहां पर किसान, मजदूर, छोटा दुकानदार, छोटे उद्योग, ढाबे, रेडी-रिक्शा व टैक्सी चलाने वाले मजबूरी में घरों में बैठे रहे। धार्मिक, सामाजिक व राजनीतिक लोगों ने असहाय लोगों की भरपूर मदद की। पिछले कुछ दिनों से काफी हद तक व्यापारिक संस्थान, उद्योग, सब्जी-फल के विक्रेता, हलवाई व बेकरी की दुकानों को प्रशासन द्वारा ढील दी गई। लेकिन जो लोग प्राइवेट टैक्सी चलाकर अपना व अपने बच्चों का पालन पोषण कर रहे थे। उन्हें राहत नहीं दी। 90 प्रतिशत टैक्सी चलाने वालों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा रहाहै। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि सोमवार से जहां जहां पर बसों के रूट निर्धारित किए गए हैं उन्हीं स्थानों पर टैक्सी चलाने की भी अनुमति भी प्रदान करें। क्योंकि सभी ने टैक्सियां बैंकों से लोन लेकर ली हुई है। बैंकों की किस्त भी देनी है और बच्चों का पेट भी पालना है उन्होंने कहा कि सरकार ने जैसे लोकल कार चलाने वालों को ड्राइवर के साथ दो व्यक्तियों को बैठने की अनुमति दी है। उसी तर्ज पर टैक्सी चलाने वालों को भी अनुमति प्रदान की जाए। क्योंकि उनकी स्थिति भी अन्य तबकों की तरह चिंताजनक है। इनको जल्द राहत की जरूरत है।