चंडीगढ़, 26 मार्च,सत्यनारायण गुप्ता-: चंडीगढ़ में उत्तर भारत के विकास की गति बढ़ाने में आपार संभावनायें हैं। यूटी में उद्योगों के लिये समग्र विकास को उछाल देने की दिशा में चंडीगढ़ ऐसोचैम ने यूटी प्रशासन के डिपार्टमेंट आॅफ इंडस्ट्रीज के सहयोग से शुक्रवार को वर्चुअल प्लेटफार्म पर पांच दिवसीय ‘चंडीकृत इंडस्ट्रियल एक्सीलैंस अवार्ड एंड एक्सपो का शुभारंभ किया।इस कार्यक्रम की शुरुआत एमएसएमई पर ऐसोचैम रिजनल कमेटी के चैयरमेन श्री कुलवीन सीहरा के स्वागत संबोधन से हुई जिसमें सेवोन कंसल्टेंट की सुश्री पियूषा शर्मा कोे चंडीकृत वूमैन इंटरप्रोयोन्योर आॅफ दी ईयर जबकि बायोमेडिकल हैल्थकेयर की सुश्री प्रिया कोे चंडीकृत स्टार्ट आॅफ दी ईयर के पुरस्कार से नवाजा गया।कार्यक्रम में मुख्यातिथि माननीय एमएसएमई के केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री प्रताप चन्द्र सारंगी ने माननीय प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के आहवान पर एमएसएमई की भूमिका पर विशेष बल दिया। उन्होंनें कहा कि देश का प्रत्येक गांव आत्मनिर्भर होना चाहिये परन्तु उद्यमियों मे जानकारी के आभाव के चलते वे अपने आप को एमएसएमई में रजिस्टर नहीं करवा रहे हैं।अपने संबोधन में उन्होंनें कहा कि माननीय प्रधान मंत्री ने 2024-25 तक भारतीय अर्थव्यावस्था के लिये पांच ट्रिलियन का बैंचमार्क तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। भारत में एक स्थापित आर्थिक शक्ति बनने की क्षमता है और इस लक्ष्य को अर्जित करने में एमएसएमई को एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।चंडीगढ़ प्रशासन के उद्योग सचिव श्री यशपाल गर्ग ने इस बात पर बल दिया कि ऐसे इंडस्ट्रियल ऐक्सपो ने केवल उद्योगों के उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिये मंच प्रदान करवाते हैं बल्कि छोटे उद्योगों को अपने क्षेत्र में नई तकनीकों को सीखने और सरकारी अधिकारियों तथा अन्य उद्योगपतियों के साथ विचार सांझा करवाने का अवसर प्रदान करवाते हैं।उन्होंनें बताया कि उद्योग, किफायती किराये की आवासीय योजना के तहत अपने प्रवासी या औद्योगिक श्रमिकों को आवास प्रदान की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं जो कि मलोया में दो कमरों के लिये तीन हजार मासिक की दर से उपलब्ध है।उन्होंनें बताया कि बेकरी उत्पादों को भारत सरकार की ‘वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट’ की स्कीम के दायरे में रखा गया है। इस सेक्टर की एमएसएमई उद्यमी प्रशिक्षण और क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी की सुविधा भी प्राप्त कर सकते हैं।यूटी प्रशासन के डायरेक्टर इंडस्ट्रीज जगजीत सिंह ने कहा कि चंडीकृत एक औद्योगिक मेला है जिसे हर वर्ष उद्योग विभाग के सहयोग से माईक्रो, मीडियम एंड स्माॅल स्कैल उद्यमियों को अपने उत्पाद प्रदर्शित और मार्केट करने के लिये एक तल उपलब्ध करवाया जाता है।उन्होंनें कहा कि उद्योग विभाग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विजन को मजबूती देने के लिये वचनबद्ध है जिसके अंतर्गत वे स्थानीय प्रतिभाओं को उनके बिजनैस में प्रोत्साहित कर रहे हैं और राष्ट्रनिर्माण में अपना योगदान दे रहे हैं।उन्होंनें बताया कि डीजीएफटी से सलाह से एक्सपोर्ट प्रोमोशन स्ट्रेटेजी तैयार की जा रही है। चंडीगढ़ के लिये स्टार्ट अप पोलिसी और लोजेस्टिक पोलिसी निर्माणाधीन है और जल्द ही उसे लांच किया जायेगा।श्री सीहरा ने अपने संबोधन में कहा कि एमएसएमई को प्रोत्साहित करने की दिशा में क्रेडिट, इंफ्रास्टक्चर बिल्डिंग, स्किल डिवलपमेंट से संबंधित योजनाओं को डिजाईन किया गया है। इसी के साथ सरकार के ईमार्केटप्लेस द्वारा एमएसएमई को मजबूती मिली है। उन्होंनें भूमि की उपलब्धता के कारण लगाये गये प्रतिबंधों को कम करने के लिये प्रशासन द्वारा उठाये गये प्रयासों की भी सराहना की ।
इस पहल को इंडस्ट्री और स्टेकहोल्डर्स की भागीदारी के साथ व्यापक रिस्पांस प्राप्त हुआ। चंडीगढ़ के सरकारी अधिकारियों और इंडस्ट्री लीडर्स की उपस्थिति में विचारों का बेहतरीन आदान प्रदान हुआ।