मोहाली, 7 सितंबर :-- अग्रजन पत्रिका ब्यूरो-- भले ही सिरदर्द एक आम समस्या है, पर लोग आमतौर पर उस समय डॉक्टर से संपर्क करते हैं जब यह बार-बार होता है या घातक हो जाता है।
डॉ स्वाती गर्ग, आईवी अस्पताल, मोहाली में कंसल्टेंट-न्यूरोलॉजी, ने एक वर्चुअल स्वास्थ्य सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सिरदर्द को प्राइमरी और सेकेंडरी सिरदर्द में वर्गीकृत किया गया है। प्राइमरी सिरदर्द सेकेंडरी सिरदर्द की तुलना में बहुत अधिक सामान्य हैं। सेकेंडरी सिरदर्द का हमेशा एक छिपा हुआ कारण होता है, जिसकी जांच होनी चाहिए, उन्होंने बताया।
सामान्य प्राइमरी सिरदर्द में माइग्रेन, टेंशन टाइप सिरदर्द व क्लस्टर सिरदर्द शामिल हैं। माइग्रेन जो कुछ घंटों से 3 दिनों तक रहता है, के कारण मानसिक तनाव, मासिक धर्म, गलत आहार, ज्यादा या कम नींद, इत्र, कैफीन, भोजन मिस करना, शराब, थकावट, हाई आल्टीट्यूड , प्रकाश, चमक और टिमटिमाती हुई रोशनी आदि हैं।
टेंशन टाइप सिरदर्द 30 मिनट से 7 दिन तक रहता है । ट्रिगर कारकों में मानसिक तनाव, नींद की कमी, थकान, भोजन मिस करना आदि शामिल हैं
क्लस्टर सिरदर्द गंभीर दर्द है, जो प्रति दिन 1-8 बार 15 से 180 मिनट तक रहता है। ट्रिगर करने वाले कारक भावनात्मक तनाव, ज्यादा या कम नींद , धूम्रपान, चमकती रोशनी, थकान, हाई आल्टीट्यूड व मासिक धर्म आदि हैं।
डॉ स्वाती ने कहा कि कुछ चेतावनी लक्षण सेकेंडरी सिरदर्द के संकेत होते हैं। चेतावनी लक्षण में शामिल हैं
, तीव्र सिरदर्द , सुबह जागने पर सिरदर्द, खांसी, छींक या तनाव से सिरदर्द, हाल ही में चरित्र में बदलाव, बुखार के साथ सिरदर्द, कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के साथ सिरदर्द, गर्भावस्था में सिर में दर्द या सिर में चोट या संक्रमण, मनोरोग संबंधी विकार से होने वाले सिरदर्द।
उन्होंने कहा कि पीडि़त को सही निदान, उचित उपचार और सही चिकित्सा चुनने के लिए इस पर समय पर ध्यान दिया जाना चाहिए,उन्होंने बताया।
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