Sunday, July 13, 2025
Follow us on
 
BREAKING NEWS
राज्य सरकार पंचकूला में पत्रकारिता विश्वविधालय स्थापित करने पर गंभीरता से करेगी विचार-विधानसभा अध्यक्ष*भाजपा पंचकूला ने अल्पसंख्यक मोर्चा के 4 मंडल अध्यक्षों की घोषणा कीजन सरोकार दिवस’ रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए कार्यकर्ता दिन रात एक कर दे - अजय सिंह चौटालानिर्यातक के घर के सामने जमकर प्रदर्शन किया और हर रोज धरना देने का फैसला लिया। कहां की है घटना पढ़िए पूरी खबरअभय सिंह की जीत के बावजूद किसान की करारी हार-- ऐलनाबाद उपचुनाव परिणाम की समीक्षा --- पढ़िए पूरा विश्लेषणमल्टीस्पेशलिटी चेकअप कैंप में 270 लोगों की जांच, 20 आपरेशनविधानसभा अध्यक्ष ने किया अमरटेक्स, इंडस्ट्रियल एरिया फेस-1 में फैक्ट्रियों के मालिकों व श्रमिकों/कर्मचारियों के लिये मैगा कोविशिल्ड वैक्सीनेशन कैंप का उद्घाटन।पेड़-पौधे लगाकर हम धरती माता का श्रृंगार कर सकते हैं: श्रवण गर्ग
 
 
 
Panchkula

उधमसिंह बलिदान दिवस पौधारोपण के साथ मनाया*

July 31, 2020 09:34 PM
आर्यसमाज चण्डीगढ़ की ओर से आज 31 जुलाई 2020 को महान क्रांतिकारी ऊधमसिंह कम्बोज के बलिदान स्मृति में पौधारोपण एवं उधम संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में आचार्य अशोक पाल ने बताया कि उधम सिंह कम्बोज जी 13 अप्रैल 1919 को घटित जालियाँवाला बाग नरसंहार के प्रत्यक्षदर्शी थे। राजनीतिक कारणों से जलियाँवाला बाग में मारे गए लोगों की सही संख्या कभी सामने नहीं आ पाई। इस घटना से वीर उधमसिंह तिलमिला गए और उन्होंने जलियाँवाला बाग के बलिदानियों की स्मृति में माइकल ओ डायर को सबक सिखाने की प्रतिज्ञा ले ली। जलियांवाला बाग हत्याकांड के 21 साल बाद 13 मार्च 1940 को रायल सेंट्रल एशियन सोसायटी की लंदन के काक्सटन हाल में बैठक थी जहां माइकल ओ डायर भी वक्ताओं में से एक था। उधम सिंह उस दिन समय से ही बैठक स्थल पर पहुंच गए। अपनी रिवॉल्वर उन्होंने एक मोटी किताब में छिपा ली। इसके लिए उन्होंने किताब के पृष्ठों को रिवॉल्वर के आकार में उस तरह से काट लिया था, जिससे डायर की जान लेने वाला हथियार आसानी से छिपाया जा सके। बैठक के बाद दीवार के पीछे से मोर्चा संभालते हुए उधम सिंह ने माइकल ओ डायर पर गोलियां दाग दीं। दो गोलियां माइकल ओ डायर को लगीं जिससे उसकी तत्काल मौत हो गई। उधम सिंह ने वहां से भागने की कोशिश नहीं की और अपनी गिरफ्तारी दे दी। उन पर मुकदमा चला। 4 जून 1940 को उधम सिंह को हत्या का दोषी ठहराया गया और 31 जुलाई 1940 को उन्हें पेंटनविले जेल में फांसी दे दी गई। उन्हीं की स्मृति में आज देशभर में कार्यक्रम आयोजित किये गये। आर्यसमाज चण्डीगढ़ द्वारा पौधारोपण एवं उधम संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आर्य शिवनारायण, प्रदीप त्रिवेणी, ऋषि बतरा, राजबीर सिंह, धर्मपाल, रजनीश आदि अनेक गणमान्य राष्ट्रवादी जन उपस्थित थे।
Have something to say? Post your comment
 
More Panchkula News
ड्रोन के जरिये खेती को आसान बनाने की सरकार की योजना के तहत पूरे देश में 15,000 ‘नमो ड्रोन दीदी’ को किया जा रहा है प्रशिक्षित*
टीबी ग्रस्त मरीज़ो के लिए डोनेट की प्रोटीनयुक्त पोषक डाइट कनाडा में वर्क परमिट दिलानें का झांसा देकर 36.92 लाख रुपये की धोखाधडी में महिला आरोपी गिऱफ्तार*
पंचकुला को नंबर एक पर लाने के लिए मिल करे कार्य- श्री सुभाष चंद्रा*
सुमन को गणतंत्र दिवस पर हरियाणा उद्यमी की तरफ से प्रथम स्थान हुआ प्राप्त ..
योगा दिवस का थीम है मानवता के लिए योगा
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर ’’स्वास्थ्य के लिये योग’’ विषय पर न्यायालय के प्रांगण में एक योग कार्यशाला का किया गया आयोजन*
कालका पुलिस नें अवैध शराब सहित आरोपी को किया काबू* कालका पुलिस नें 9 जुआरी, 26100/- रुपये सहित गिरफ्तार । डॉक्टर विमल मोदी चिकित्सा जगत के प्रेरणा स्रोत: अमिताभ रूंगटा