पंचकूला।- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- श्री सनातन धर्म सभा गौरी शंकर मंदिर सेक्टर 17 पंचकूला की ओर से महाशिवरात्रि के उपलक्ष में शिव महात्मय एवं संगीतमय कथा का आयोजन किया जा रहा है। बुधवार से शुरू हुई कथा में ऋषिवेद मंजरी जी महाराज वृंदावन धाम वाले ने शिव महात्म के बारे में बताया। इस अवसर पर बाल कृष्ण सिंगला, प्रधान सोम प्रकाश गोयल, कार्यकारी प्रधान महिला मंडल विनोद कुमारी, महासचिव आर पी तिवारी, एमएल अग्रवाल, आरएन वर्मा, एचआर शर्मा, मदनलाल शर्मा, दीपक शर्मा ने कथा व्यास का स्वागत किया। कथा व्यास ने बताया कि पुराणों में, वेदों में और शास्त्रों में भगवान शिव-महाकाल के महात्म्य को प्रतिपादित किया गया है। भगवान शिव हिन्दू संस्कृति के प्रणेता आदिदेव महादेव हैं। हमारी सांस्कृतिक मान्यता के अनुसार 33 करोड़ देवताओं में शिरोमणि देव शिव ही हैं। सृष्टि के तीनों लोकों में भगवान शिव एक अलग, अलौकिक शक्ति वाले देव हैं। भगवान शिव पृथ्वी पर अपने निराकार-साकार रूप में निवास कर रहे हैं। भगवान शिव सर्वव्यापक एवं सर्वशक्तिमान हैं। महाशिवरात्रि पर्व भगवान शिवशंकर के प्रदोष तांडव नृत्य का महापर्व है। शिव प्रलय के पालनहार हैं और प्रलय के गर्भ में ही प्राणी का अंतिम कल्याण सन्निहित है। शिव शब्द का अर्थ है कल्याण और रा दानार्थक धातु से रात्रि शब्द बना है, तात्पर्य यह कि जो सुख प्रदान करती है, वह रात्रि है।