पंचकूला। - अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता रंजीता मेहता ने गैस सिलेंडर बढ़ाने पर कड़ा विरोध व्यक्त किया है। रंजीता मेहता ने कहा कि एकाएक इतनी बड़ी वृद्धि करके महिलाओं के बजट पर सीधा डाका डाला गया है। उन्होंने कहा कि पहले सरकार ने पहले रसोई गैस पर दी जाने वाली सब्सिडी को पूरी तरह से समाप्त किया और उसके बाद दरों में वृद्धि किया जा रहा है। उन्होंने प्रशासनिक मूल्य प्रणाली को खत्म कर दिया है। अब मूल्य निर्धारण का काम पेट्रोलियम विपणन कंपनियों पर छोड़ दिया गया है, ताकि अंतरराष्ट्रीय बजार के उतार चढ़ाव के अनुसार उनके दाम तय किए जा सकें। किन्तु जब कच्चे तेल के अंतराष्ट्रीय दाम कम होते हैं तो भारतीय तेल कंपनियां उनका लाभ उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंचाती हैं. किन्तु जब दाम बढ़ते हैं तो वे उसका बोझ उपभोक्ताओं पर डाल देते हैं। सरकार ने तेल कंपनियों से कहा था कि रसोई गैस सिलेंडर की कीमत प्रति माह चार रुपये बढ़ायें, लेकिन अचानक डेढ़ सौ रुपये की बढ़ौतरी कर दी गई है। बीजेपी और आरएसएस के लोग केवल कार्पोरेट सेक्टर के हित के बारे में सोचते हैं, उन्हें आम आदमी के फायदे नुकसान से कोई लेना देना नहीं है। एक तरफ तो नरेन्द्र मोदी सरकार गरीबों को रसोई गैस मुहैया कराने के लिए योजना चला रही है. वहीं दूसरी तरफ रसोई गैस की कीमतों को बढ़वा रहे हैं। इस कदम से सबसे ज्यादा गरीब आदमी और मध्यम वर्ग के लोगों पर असर पड़ेगा।