मुझे अग्रवाल होने पर गर्व क्यों है...
1. अग्रवाल #सूर्यवंश में जन्मे महाराज #अग्रसेन की सन्तान हैं. सम्पूर्ण जगत के स्वामी परात्पर भगवान विष्णु के पूर्णावतार श्री #रामचंद्र के वंशज हैं..
2. अग्रवाल धर्मपरायण होते हैं. उन्होंने भारतवर्ष में कई मंदिर और गौशालाएं बनवाईं हैं. हिन्दू धर्म की संजीवनी #गीताप्रेस_गोरखपुर दो #मारवाड़ी अग्रवाल जयदयाल जी गोयनका और हनुमान प्रसाद जी पोद्दार की देन थी.
3. हम #नास्तिक बनकर अपने देवी देवताओं को गाली नहीं देते.
4. अग्रवाल धर्म निरपेक्ष नहीं होते. कट्टर साम्प्रदायिक हिन्दू होते हैं.
5. अग्रवालों का कोई धर्म परिवर्तन नहीं कर सकता. (अग्रवालों के धर्म परिवर्तन के कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है आज भी मुसलमानों में कोई अग्रवाल नहीं मिलता)
6. अग्रवाल महाराज अग्रसेन के सिद्धान्तों पर चलते हुए शुद्ध #शाकाहारी होते हैं.
7. अग्रवाल अपने कर्मों में विश्वास रखते हैं
8. हमें कोई अपनी चालाकी भरी बातों से मूर्ख नहीं बना सकता. हम तार्किक होते हैं. 52 बुद्धि बनिया की इसीलिए कहा जाता है.
9. अग्रवाल किसी पार्टी या विचारधारा के #अंधभक्त नहीं होते. गलत चीज़ का विरोध और सही चीज़ का समर्थन करते हैं.
10. अग्रवाल और वैश्य कभी देश धर्म की रक्षा हेतु अपने प्राण न्यौछावर करने से पीछे नहीं हटते उदाहरणतः लाला लाजपत राय, भामशाह , हेमचंद्र विक्रमादित्य, वीर हकीकत राय और कोठारी बंधु.
11. आखिरी #अग्रवाल भारत की सबसे #समृद्ध जाति है जो अपने #दान के लिए मशहूर है.. अग्रवालों की बनवाई कई हवेलियां, बावड़ी, प्याऊ, धर्मशालाएं, गौशालाएं, मंदिर इत्यादि इसके प्रतीक हैं..