रोपड़-- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा 2 जून से 8 जून तक लहरी शाह धर्मशाला रोपड़ में 7 दिवसीय मद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का भव्य आयोजन किया जा रहा है। कथा के पंचम दिवस श्री सुभाष कक्कड़ अपनी धर्मपत्नी श्रीमति सुमन कक्कड़ सहित, अश्विन सूद अपनी धर्मपत्नी श्रीमति पायल सूद सहित एवं श्री अजीत सोडा अपनी धर्मपत्नी श्रीमति संगीता सोडा ने यजमान के तोर पर विधिवत पूजन किया।
पंचम दिवस कथा का शुभारंभ मोहन सिंह अहलूवालिया (सदस्य, भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड), दीपक शर्मा (प्रचारक, आर.एस.एस.), डॉक्टर गुरप्रीत सिंह, किशोरी लाल शर्मा (प्रधान, ईशरी गौशाला नालागढ़), मास्टर सुरिंदर शर्मा (सदस्य, ईशरी गौशाला नालागढ़), सुधीर कुमार (जी.एम., डीसीएम फैक्टरी) सपरिवार, श्री रविन्द्र सिंह (असिस्टेंट मैनेजर, डीसीएम फैक्टरी), अश्वनी धवन (जिला संपर्क मुख आर.एस.एस), परमवीर जी (नगर कार्यवाहक आर.एस.एस) ने प्रभु की ज्योति को प्रज्जलित कर के किया। कथा में संस्थान के संचालक एवं संस्थापक आशुतोष महाराज जी की शिष्या विश्व विख्यात भागवत भास्कराचार्य विदुषी साध्वी भाग्यश्री भारती जी ने कालिया मर्दन की लीला का व्याख्यान देते हुए कहा कि जब प्रभु यमुना में कूदे तो एक मतवाले गज की तरह प्रतीत हो रहे थे। हाथी जब मदमस्त होता है तो उसके सिर से रस प्रवाहित होता है, जिससे वह विनाश करता है। परंतु प्रभु उस गजराज की तरह हैं, जो मद का प्रयोग विनाश नहीं अपितु शौर्य के लिए करते हैं। ये उनका शौर्य ही था जो उन्होंने कंस का वध कर मथुरा उग्रसेन को दी। भौमासुर के बाद उसके पुत्र भगदत को सिंहासन पर बिठाया। ठीक ऐसे ही आज हमारे सैनिक भाई सीमा की रक्षा कर रहे हैं। गीता में कहा गया है जो देश के लिए शहीद होगा उसे स्वर्ग की प्राप्ति होगी।
साध्वी जी ने गोवर्धन लीला के रहस्य को प्रस्तुत करते हुए कहा कि प्रभु ने नंदबाबा सहित ग्रामनिवासियों को कर्म का सिद्धांत सिखाया। कर्म ही मनुष्य के सुख, दु:ख,भय का कारण है। अपने कर्मानुसार मानव जन्म लेता है और मृत्यु को प्राप्त होता है। यदि एक पूर्ण गुरु का सान्निध्य प्राप्त हो जाये तो वो हमे कर्म करने की कला सिखाते हैं। घट में सिथत प्रभु का दर्शन करवाते हैं। श्वासों में चल रहे हरी के शाश्वत नाम को प्रकट करते हैं। पंचम दिवस कथा को विराम प्रभु की पावन आरती द्वारा दिया गया। प्रभु की पावन आरती में अशोक वाही (एम.सी.), श्रीमति प्रवीण छतवाल (एम. पी.), श्रीमति रचना लांभा (एम.सी.), रमन कपिला, जगदीश चन्द राणा, श्रीमति हरदीप कौर डिप्पी, हिन्दू जागृति मंच के सदस्य, हरि मन्दिर निर्माण समिति नुहों कॉलोनी के सदस्य, जेतेश्वर महादेव सेवा समिति के सदस्य एवं श्री शिव मंदिर पीपल वाला के सदस्य समिलित हुए।