सफीदों, (सतीश मगंला): सफीदों के सदर थाना में तैनात महिला एसपीओ पूनम द्वारा जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जीवनलीला समाप्त करने के मामले में आरोपी फिलहाल पुलिस की पकड़ से बाहर है और मृतका के परिजन बार-बार सफीदों आकर पुलिस ने आरोपियों को पकडऩे की मांग कर रहे हैं। हालत ये हैं कि मृत्तका पुलिस कर्मचारी को अपने ही महकमे से न्याय की दरकार है लेकिन न्याय में कहीं ना कहीं देरी हो रही है। इसी कड़ी में वीरवार को आरोपियों को पकडऩे की मांग को लेकर गांव बनवासा (सोनीपत) से सैंकड़ों की तादाद में लोग ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरकर अपने हाथों में एसपीओ पूनम को इंसाफ दो-इंसाफ दो लिखे बैनर उठाए हुए जींद रोड़ स्थित सदर थाना में पहुंचे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को अड़ाकर जींद-पानीपत मार्ग जाम कर दिया तथा खुद सड़क पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों में भारी तादाद में महिलाएं भी शामिल थीं। सदर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार थाने से बाहर आकर परिजनों से मिले और उन्हे समझाने का प्रयास किया लेकिन बुरी तरह से आग बबूला हुए परिजनों ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। थोड़ी ही देर में डीएसपी साधू राम मौके पर आए और उन्होंने ग्रामीणों से बात की। डीएसपी ने ग्रामीणों को समझाया कि पुलिस इस मामले में पूरी तत्परता से लगी हुई है तथा जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। परिजनों का कहना था कि पुलिस ने सिर्फ एक ही आरोपी को पकड़ा है तथा बाकी आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस इस मामले में ढीला रवैया अपनाए हुए है। पुलिस राजनीति व पैसे वाले लोगों के दबाव में काम कर रही है और लगातार आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है। वे इस मामले में अनेकों बार एसपी, एएसपी, थाना प्रभारी व अन्य अधिकारियों से मिल चुके है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिन लोगों ने उनकी बेटी को मरने के लिए मजबूर किया है उनको पैसे वाले व प्रभावशाली लोगों का संरक्षण प्राप्त है। उसी प्रभाव के कारण आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो रही है। हद तो यह है कि उनकी बेटी पूनम खुद पुलिस महकमें में तैनात थी। अगर एक पुलिस कर्मचारी को ही न्याय नहीं मिल पा रहा है तो आम आदमी पुलिस से कहां न्याय की उम्मीद कर सकता है। परिजनों ने साफ किया कि आरोपी कितने ही प्रभावशाली क्यों ना हो वे अपनी बेटी पूनम को इंसाफ दिलाने के लिए पूरा संघर्ष करेंगे। उसके उपरांत डीएसपी साधू राम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि पूनम केवल उनकी ही बेटी नहीं बल्कि उनके महकमें की भी बेटी थी। एक हफ्ते के अंदर-अंदर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। डीएसपी के आश्वासन के उपरांत ग्रामीणों ने जाम खोल दिया और वे सदर थाना से फिर प्रदर्शन करते हुए सीधे मिनी सचिवालय पहुंचे और एसडीएम डा. आनंद कुमार शर्मा को एक ज्ञापन सौंपा। गौरतलब है कि उपमंडल सफीदों के गांव खातला निवासी एवं सदर थाना सफीदो में बतौर एसपीओ तैनात पूनम ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी। सोनीपत जिला के गांव बनवासा की रहने वाली है पूनम की शादी वर्ष 2007 में गांव खातला के सुखजिंद्र के साथ हुई थी। पूनम ने मरने से पूर्व एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था। इस सुसाइड नोट में उसने अपनी मृत्यू के पीछे अपनी ससुराल के लोगों को जिम्मेदार ठहराया था। पुलिस ने मृत्तका के भाई की शिकायत पर 6 लोगों के खिलाफ आत्महम्त्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया था।