चंडीगढ़, 18 अगस्त 2021, चंडीगढ़ बाल अधिकार सरक्षण आयोग की ओर से कोविड-19 की तीसरी लहर के खतरों से आजादी दिलाने के लिए आज 0 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए विशेष प्रोग्राम “हंसते आंगन” श्रीमती नीतिका पवार, आई.ए.एस, सचिव, समाज कल्याण विभाग, चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा लॉन्च किया गया। जिस में कमीशन की चेयरपर्सन श्रीमती हरजिंदर कौर, सदस्य डॉ मोनिका सिंह, मेम्बर एवं श्रीमती नवजोत कौर, पी.सी.एस, डायरेक्टर सोशल वेलफेयर, चंडीगढ़ प्रशासन भी उपस्थित थे।
इसके साथ ही कोविड-19 की तीसरी लहर से बचाव की जानकारी देती हुई एक छोटी किताब का विमोचन किया गया। जो आंगनवाड़ी के माध्यम से चंडीगढ़ के हर घर में उपलब्ध कराई जाएगी। श्रीमती सुखदेव कौर, सी.डी.पी.ओ, आई.सी.डी.एस एवं नोडल ऑफिसर “हंसते आंगन” की देखरेख में 450 आंगनवाड़ी की महिला वर्कर घर-घर जाकर 0 से 6 साल के बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण का निरीक्षण करेगी और गर्भवती महिलाओं की शरीरक और मानसिक सेहत का आकलन करते हुए डाटा इकट्ठा करेगी। इसके साथ-साथ वह उनके साथ कमीशन द्वारा दी गई जागरूकता सामग्री भी सांझा करेगी।
हंसते आंगन की शुरुआत सेक्टर 26 बापूधाम कॉलोनी की आंगनवाड़ी में सभी महिला वर्कर की उपस्थिति में की गई। इस अवसर पर श्रीमती पूजा पूंछी, सदस्य भी उपस्थित रही। जहां सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने घर-घर पहुंच कर स्वस्थ और हंसते आंगन बनाने की शपथ ली ऐसा करते चंडीगढ़ का हर घर बच्चों बच्चों के लिए इन आंगनवाड़ी के जरिए खुशहाल होगा। हंसते आंगन प्रोग्राम के अंतर्गत हर सेंटर में से स्वस्थ बच्चा स्वस्थ मां और बेहतरीन आंगनवाड़ी का चयन किया जाएगा और उनको कमीशन द्वारा विशेष समागम में प्रोत्साहित किया जाएगा।