सफीदों, (सतीश मगंला): मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए 5 लाख की कैशलेस चिकित्सा बीमा योजना लागू करना पत्रकारों के हित में सरकार का महम्त्वपूर्ण कदम है, इसके लिए सरकार की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। यह बात सफीदों के वरिष्ठ पत्रकार महाबीर मित्तल ने पै्रस वार्ता को संबोधित करती हुई कही। उन्होंने कहा कि प्रदेख्श के पत्रकारों को कैशलेस चिकित्सा बीमा की नितांत आवश्यकता थी, क्योंकि पत्रकारों के पास आय के साधन बेहद सीमित होते हैं। पत्रकार का हर कदम समाजहित में होता है। वह सारा दिन समाज की समस्याओं और उनके निराकरण के बारे में सोचता है। कई बार तो वह अपनी जान तक जोखिम में डालकर अपने पत्रकारिता धर्म को निभाता है। उसके बावजूद भी सबसे ज्यादा शोषित व वंख्ख्चित वर्ग पत्रकार वर्ग है। पिछले 2 वर्षों में कोरोना महामारी में पत्रकारों ने अपनी जान पर खेलकर लोगों तक हर खबर व सहायता पहुंचाने का काम किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पत्रकारों की भलाई में उठाया गया यह दूसरा महत्वपूर्ण कदम है। इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए 60 वर्ष आयु पूर्ण होने के बाद 10 हजार रूपए मासिक पैंशन शुरू की थी। इस योजना का प्रदेश के मान्यता पत्रकार रिटायरमेंट के बाद लाभ प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि जिस प्रकार से सरकार ने मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए योजनाएं बनाई है। ठीक उसी तरह से सारे लाभ गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों को प्रदान किए जाए। सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त करने के लिए अनेक शर्ते लागू की हुई हैं। उन शर्तों को पत्रकार संस्थान की ओर से सहयोग ना होने या तकनीकि कारणों से पूरा नहीं कर पाते है। ऐसे में बहुत से बड़े-बड़े अखबारों व चैनलों में कार्य करने वाले सीनियर पत्रकार मान्यता प्राप्त करने से वंचित रहे जाते हैं। राज्य में मान्यता प्राप्त पत्रकारों की संख्या कुल पत्रकारों की संख्या का मात्र 25 प्रतिशत है। इसी प्रकार पत्रकार पेंशन योजना का सरलीकरण करके उन सभी पत्रकारों को भी इसका लाभ दिया जाना चाहिए जिनकी आयु 60 वर्ष हो चुकी है और वे पत्रकारिता में 20 साल से कार्यरत हैं।