परेशानियों का कारण मनुष्य का स्वभाव व विचारवाणी है: शिवकांत शुक्ल
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य विजयपाल सिंह ने की शिरकत
सफीदों, (अग्रजन पत्रिका ब्यूरो-): नगर के प्राचीन शिव मंदिर दादा खेड़ा में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया। समारोह में कथाव्यास शिवकांत शुक्ल महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ। कथा में बतौर मुख्यातिथि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य एडवोकेट विजयपाल सिंह ने शिरकत की। आयोजक संस्था के पदाधिकारियों ने एडवोकेट विजयपाल सिंह को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। अपने संबोधन में एडवोकेट विजयपाल सिंह ने कहा कि श्रीमद भागवत शांति और सद्भाव की प्रेरणा देने वाला धर्म और कर्म ग्रंथ है और हम सबकों अपने जीवन कुछ ना कुछ समय समाजसेवा में लगाना चाहिए। श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कथाव्यास शिवकांत शुक्ल महाराज ने कहा कि श्रीमद भागवत की कथा के श्रवण करने से सब प्रकार के दुखों का विनाश होता है और मानसिक, आत्मिक व आंतरिक शांति प्राप्त होती है। वर्तमान परिवेश में बेवजह की आशंकाओं के कारण मनुष्य परेशानियों में घिरा हुआ है। उन आशंकाओं व परेशानियों का प्रमुख कारण मनुष्य का स्वभाव तथा विचार वाणी है। अगर मनुष्य को परेशानियों से मुक्त रहना है तो उसे अपने स्वभाव में बदलाव लाना होगा और अपने आप को सेवा, सम्त्संग व सुमिरन को समर्पित करना होगा। उन्होंने कहा कि नित्य श्रीमद भागवत की कथा का पाठ करने से विकृत बुद्धि भी ठीक हो जाती है। अगर बुद्धि स्थिर होगी तो मनुष्य को सही निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी। सही निर्णय लेने की क्षमता से ही ज्यादातर विकारों का अपने आप विनाश हो जाएगा। उन्होंने कहा कि भगवान के लिए सभी जीव बराबर हैं। जाति, धर्म, रंग व रूप का भेद इंसान ने धरती पर खुद ही बनाया है।