बवानीखेड़ा, 01 मार्च।- अग्रजन पत्रिका ब्यूरो-- अंतरर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में जिला में एक से पांच मार्च तक आयोजित अनूठे वुमन वीक का शानदार आगाज सोमवार को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अपना अमूल्य योगदान देने वाले गांव रोहनात से किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त जयबीर ङ्क्षसह आर्य ने किया। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत मेरी बेटी-मेरी शान के नारे के साथ की। कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे संविधान द्वारा दिए गए अधिकार के तहत बेटी को संपत्ति में बेटों के बराबर का हक दें और रोहनात गांव का देश व प्रदेश में एक उदाहरण स्थापित करें। कार्यक्रम में स्कूली व नर्सिंग छात्राओं ने स्किट के माध्यम से बेटियों के साथ होने वाले भेदभाव व शोषण के विरूद्ध अपनी आवाज बुलंद करने को कहा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री आर्य ने कहा कि गांव रोहनात की गौरवगाथा प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में विख्यात है। यहां के निवासियों ने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में बढ़चढ़ कर भाग लिया और अपनी कुर्बानी दी। उन्होंने कहा कि रोहनात गांव बेटियों को भी संपत्ति में बराबर का दर्जा देने के लिए आगे आकर ब्रांड एंबेसडर बनना होगा। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे बेटियों को शिक्षित करें, शिक्षा को बेटी के लिए दहेज समझें। उन्होंने कहा कि बेटियों को किसी प्रकार का बोझ न मानें। इसके साथ उन्होंने कन्या भू्रण हत्या नहीं होने देने को कहा। उन्होंने कहा कि कन्या भू्रण हत्या करने वालों की जगह जेल में होती है। गर्भ में ही बेटियों को मरवाने से बड़ा अत्याचार कोई नहीं होता।
कन्या भ्रूण हत्या नहीं हाने देने की दिलाई शपथ व गांव में लगाई नेम प्लेट
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने उपस्थित महिलाओं व ग्रामीणों को कन्या भू्रण हत्या नहीं होने देने की शपथ भी दिलाई। उपायुक्त ने गांव किर्ती पुत्री सोनिया, भूमिका पुत्री मीना, आरजू पुत्री सुमन और लक्षिता पुत्री बिंदू के घरों पर उनके नाम से नेम प्लेट लगाई। उन्होंने कहा कि बेटियों को अपने घरों की पहचान मानें और उनको आगे बढऩे के अवसर प्रदान करें। उपायुक्त ने इस दौरान यहां पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान पर अपने हस्ताक्षर किए।
छात्राओं ने किया सामाजिक बुराईयों पर प्रहार
कार्यक्रम के दौरान स्कूली व नर्सिंग छात्राओं ने समाज में बेटियों पर होने वाले अत्याचार व शोषण पर जोरदार हमला किया। रतेरा कन्या स्कूल की छात्राओं ने बालिका मंच की प्रस्तुति दी, जिसमें छात्रा अंकिता, तान्या, हिमांशी, बबीता व प्रतीक ने बेटियों को शिक्षित करने, बेटी के प्रति अपनी छोटी सोच को बदलने, दहेज प्रथा को रोकने आदि की मार्मिक अपील की। इसी प्रकार से जमालपुर स्कूल की छात्राओं ने अपनी स्किट के माध्यम से यौन शोषण व बाल अपराध को रोकने के लिए गुड टच और बैड टच की पहचान करने को कहा। उन्होंने कहा कि बैड टच के बारे में अपने माता-पिता को जरूर बचाएं ताकि समय रहते शोषण से बचा जा सके। उन्होंने उपस्थितजनों से भी आह्वान किया कि वे अपने बच्चों के प्रति गंभीर रहें और उनकी भावनाओं को समझें। इसी प्रकार से चौ. बंसीलाल सामान्य अस्पताल भिवानी से नर्सिंग स्टूडेंट ने घर में बेटी के पैदा होने पर होने वाली मनोस्थिति, पेट में कन्या भ्रूण हत्या करवाने का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया और आह्वान किया कि परिवार में बेटी के जन्म पर दुख प्रकट करने की बजाय बेटी को बेटी को बराबर का हक दें।
43 स्वयं सहायता समूहों को दिए 77 लाख 70 हजार के चैक
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने महिला सशक्तिकरण को लेकर 43 स्वयं सहायता समूहों को 77 लाख 70 हजार रुपए के चैक भेंट किया। उन्होंने बताया कि जिला में महिलाओं के 3637 स्वयं सहायता समूह हैं, जिनसे 36 हजार 722 महिलाएं जुडक़र अपना रोजगार चला रही हैं। इस दौरान महिलाओं को सीसीएल, मुद्रा, केसीसी और पीकेसीसी के तहत चैक भेंट किए गए। कार्यक्रम के दौरान अलखपुरा से स्वयं सहायता समूह की कलस्टर प्रमुख सुमित्रा ने उसके ग्रुप में शामिल महिलाओं की कामयाबी के बारे में जानकारी दी।
डॉ. रीटा ने दी एनीमिया से बचाव की जानकारी
कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग से डॉ. रीटा ने महिलाओं को एनीमिया के लक्षण व बचाव के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संतुलित भोजन नहीं खाने से खून में हिमोग्लोबिन की कमी हो जाती है, जिससे थकान, कमजोरी, घबराहट, चक्कर आना, अंधेरी आना, सिर दर्द, आंखों के नीचे धब्बे होना आदि प्रमुख लक्षण दिखाई देने लगते हैं। उन्होंने बताया कि एनीमिया से बचाव के लिए हरी व ताजा फल, सब्जी, चावल, सलाद, नींबू, चुलाई, पालक, पुदीना, अमरूद, पपीता, अनार, आंवला, किसमिस का सेवन करें।
कार्यक्रम का संचालन अनीता नाथ ने किया। कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त श्री आर्य, नगराधीश हरबीर सिंह व सीएमजीजीए आयुष सिंघल को ग्राम पंचायत की ओर से पगड़ी व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। उप जिला शिक्षा अधिकारी संतोष नागर ने सभी उपस्थितजनों का आभार प्रकट किया। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. सपना गहलावत, जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह श्योराण, बीडीपीओ रविंद्र दलाल,सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक से क्षेत्रीय प्रबंधक रणधीर पानू, एलडीएम बीके धींगड़ा, सीडीपीओ अनुपमा, बीपीएम अजीत नहरा, खंड शिक्षा अधिकारी सुखपाल सिंह, बबीता तंवर, सरपंच प्रतिनिधि रविंद्र बूरा, रामचंद्र शर्मा, रिसाल सिंह, धर्मबीर फौजी, दलबीर पान, सत्यवान कसवां सहित गांव से अनेक गणमान्य नागरिक व स्वयं सहायता समूह से महिलाएं व बच्चे शामिल रहे।
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उपायुक्त ने इस दौरान गांव में कचरा प्रबंधन के लिए रेहडिय़ों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन रेहडिय़ों द्वारा गांव में डोर-टू डोर जाकर कचरा एकत्रित किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन से जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश कुमार को गांव में नियमित रूप से कचरा उठान के निर्देश दिए।
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दो मार्च को पंचायत भवन होगी मॉक पार्लियामेंट
वुमन वीक के दूसरे पंचायत भवन में 11 बजे मॉक पार्लियामेंट का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से छात्राएं शामिल होंगी। इससे पहले भीम स्टेडियम में एक कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसमें वहां से पिंकाथन को रवाना किया जाएगा, जो पंचायत भवन में आयोजित मॉक पार्लियामेंट में शामिल होंगी। मॉक पार्लियामेंट में संसद जैसा नजारा प्रस्तुत किया जाएगा।