विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान…..
24 मई 2021 को तमिलनाडु में विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। पश्चिम बंगाल में 30 मई को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। असम में 31 मई को विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। केरल विधानसभा का कार्यकाल 1 जून को खत्म हो रहा है|
कुल 824 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा
इन जगहों पर विधानसभा चुनाव में 18 करोड़ से ज्यादा मतदाता वोट डालेंगे
एक हजार लोगों पर एक मतदान केंद्र होगा
हर जगह मतदान केंद्र ग्रउंड फ्लोर पर होगा
सभी चुनाव कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा, मतदान का समय 1 घंटे ज्यादा रखा गया है
कोरोना गाइड लाइन्स का पालन किया जाना सबके लिए अनिवार्य होगा
असम में इस बार 33 हजार से ज्यादा पोलिंग स्टेशन होंगे, तमिलनाडु में 88 हजार से ज्यादा पोलिंग स्टेशन होंगे। पश्चिम बंगाल में 1 लाख 1 हजार से ज्यादा पोलिंग स्टेशन होंगे। केरल में 40 हजारे से ज्यादा पोलिंग बूथ होंगे। पुदुचेरी 1500 से ज्यादा पोलिंग बूथ होंगे
पांच से ज्यादा लोग डोर टू डोर प्रचार नहीं कर सकते, प्रत्याशी समेत यह संख्या होगी
संवेदनशील बूथों पर CCTV कैमरें लगेंगे
भारी मात्रा में CRPF , CAPF कर्मियों की तैनाती होगी
त्योहारों के दिन मतदान नहीं होगा
सभी पोलिंग स्टेशनों पर पीने के पानी, बिजली, वेटिंग एरिया, सैनिटाइजर, मास्क, सोप वाटर, वील चेयर आदि की व्यवस्था की जाएगी
असम में तीन चरणों में मतदान…..
पहला चरण- 27 मार्च
दूसरा चरण- 1 अप्रैल
तीसरा चरण- 6 अप्रैल
केरल में एक चरण में मतदान….
केरल में 6 अप्रैल को मतदान
तमिलनाडु में एक चरण में मतदान….
तमिलनाडु में 6 अप्रैल को मतदान
पुडुचेरी में सभी सीटों पर 6 अप्रैल को वोटिंग होगी
पश्चिम बंगाल में 8 चरण में मतदान…
पहले चरण का मतदान 27 मार्च
दूसरे चरण का मतदान 1 अप्रैल
तीसरे चरण का मतदान 6 अप्रैल
चौथे चरण का मतदान 10 अप्रैल
पांचवें चरण का मतदान 17 अप्रैल
छठे चरण का मतदान 22 अप्रैल
सांतवें चरण का मतदान 26 अप्रैल
आठवें चरण का मतदान 29 अप्रैल
2 मई को सभी जगहों के नतीजें आएंगे
बतादें कि, यहां चुनाव को लेकर जहां पहले से ही सियासी सरगर्मियां तेज थीं वहीं अब चुनाव तारीख के ऐलान के बाद राजनीतिक पार्टियां पूरा जोर लगाने पर उतारू हो जाएंगी| ज्ञात रहे कि इससे पहले 4 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में 2016 मई में विधानसभा चुनाव संप्पन हुआ था| 2016 में असम में भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई थी जबकि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस, तमिलनाडु में एआईएडीएमके, केरल में लेफ्ट पार्टियों और पुडुचेरी में कांग्रेस की जीत हुई थी। मगर इस बार देखना होगा कि कौन सी पार्टी किस राज्य में जीत प्राप्त करती है।
केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी और सभी 4 राज्यों की चर्चा….
बात पुडुचेरी की करें तो यहां की सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई| दरअसल, यहां अब तक कांग्रेस गठबंधन वाली सरकार थी, लेकिन हाल ही में कई विधायकों ने इस गठबंधन सरकार का साथ छोड़ दिया| जिससे सरकार में सत्ता में बने रहने के लिए बहुमत नहीं रहा और सरकार गिर गई| CM नारायणसामी को इस्तीफा देना पड़ गया| अभी यहां राष्ट्रपति शासन लागू है। ज्ञात रहे कि पुडुचेरी में 30 विधानसभा सीटें हैं| यहां विधानसभा में 3 नामित यानि मनोनीत सदस्य होते हैं।
बात पश्चिम बंगाल की करें तो खासकर इस चुनाव पर सबकी नजर है| यहां बीजेपी ने अबकी बार तृणमूल कांग्रेस के किले को भेदने का पूरा जोर लगा दिया है| वहीँ ममता बनर्जी भी यहां बीजेपी को धूल चटाने की बात कह रही हैं| फिलहाल, बीजेपी और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में यहां जोरदार टक्कर है| देखना यह है कि बाजी कौन मारता है| बीजेपी यहां ज़ोरोंशोर से प्रचार शुरू किये हुए है| बतादें कि पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है| यहां इससे पहले विधानसभा चुनाव ममता ने जीता था| 2016 के चुनाव में TMC को 211 सीटें मिली थीं। वहीं लेफ्ट और कांग्रेस का गठबंधन 76 सीटें जीतने में कामयाब रहा था। इधर इस बार राज्य में पूरी ताकत झोंक रही भाजपा महज 3 सीटें निकाल पाई थी। अन्य के खाते में 4 सीटें आई थीं।
बात असम की करें तो यहां बीजेपी की सरकार है| यहां 126 विधानसभा सीटें हैं| पिछली बार यानी 2016 में यहां भाजपा को 86 सीटें मिली थीं। कांग्रेस को 26 और AIUDF को 13 सीटें मिली थीं। अन्य के पास 1 सीट थी।
बात तमिलनाडु की करें तो यहां 234 विधानसभा सीटें हैं| यहां 134 सीटें जीतकर AIDMK गठबंधन की सरकार है| DMK और कांग्रेस गठबंधन को 98 सीटें मिली थीं।
बात केरल की करें तो यहां 140 सीटें हैं| यहां लेफ्ट पार्टियों और कांग्रेस के गठबंधन की सरकार है। लेफ्ट की 91 और कांग्रेस की 47 हैं। भाजपा और अन्य के खाते में 1-1 सीट है।