पंचकूला विकास मंच
पंचकूला में नगर के द्वारा करवाए गए वैनडर्स
के सर्वे पर लगातार सवालिया निसान तो नगर निगम के अधिकारी चुप क्यों।
जब से पंचकूला नगर निगम के अधिकारियों द्वारा वैनडर्स एक्ट को लागू करने के लिए पंचकूला के रेहड़ी फड़ी वालों के पहले दुसरे और फिर शायद बदल कर तीसरी लिस्ट निकाली उन पर पहले दिन से ही फर्जी नाम डालने की बातें उठती रही हैं।
एसा नहीं है कि यह सिर्फ हवा में बातें होती रहीं थी। बल्कि इन बातों की पुष्टि नगर निगम के अधिकारियों द्वारा जब भी ड्रा निकालने की कोशिश की सबके सामने आई।
इस सब के बावजूद भी नगर निगम के अधिकारियों द्वारा उन्हीं लिस्टों पर अडे रहना शायद लोकल नेताओ का दबाव होना हो सकता है।
कारण पुरा शहर एैसी बातें सुनता है और अखबारों में भी पढ़ता आया है कि यह एक बहुत बड़ा पैसों का रैगुलर खेल है।और यह सालों से सुनते आ रहे हैं।
इतना ही नहीं अब तो एक किसी ठेकेदार कम्पनी को भी एन्गेज कर लिया। यह भी एक और पैसों का बहुत बड़ा खेल लगता है जो पंचकूला के लोगों को शायद अभी समझ नहीं आया और आने वाले समय मे सब कुछ समझ आ जाए।
इस में हर रेहड़ी फड़ी वाले से यह ठेकेदार 2000 रूपए महीने के वसुल करेगा। इसको ओफिस नगर निगम देने जा रहा है। इसका काम कुछ भी नहीं। 4000 रेहड़ी फड़ी वाले शहर में हैं लिस्ट के मुताबिक यानी 4000x2000 हर महीने लेने से 80,000,00 रूपए इकट्ठे करेगा ठेकेदार। हमारा सवाल है नगर निगम से कि निगम को कितना पैसा मिलेगा।
दुसरा ठेकेदार को क्यों रखा गया है। इसका क्या काम है जब सब कुछ नगर निगम ने ही देना है।
जमीन नगर निगम की है। पानी टायलेट निगम की जिम्मेदारी है। साफ सफाई निगम की जिम्मेदारी है। रेहड़ी फड़ी वालों को और तो कुछ चाहिए नहीं क्योंकि वो अपना इंतजाम खुद कर से करते आ रहे हैं और कर सकते हैं।
एक तो जो लिस्ट ही ग़लत तो उसी को क्यों सही माना जा रहा। और दुसरा ठेकेदार की जब जरूरत ही नहीं और न ही रेहड़ी फड़ी वालों से पुछा गया और न हीं हाउस के सभी प्रतिनिधियों थे साथ साथ आज तक जनता को विस्तार में इस ठेकेदार थे खामों और किस बात की कमाई करवाने का फैसला लिया थे बारे में बताया गया।
क्या नगर निगम के द्वारा इस ठेकेदार थी माफियत कोई स्पेशल सुविधाएं दिलवाई जाएंगी जो सभी रेहड़ी फड़ी वालों को चाहिएं और निगम नहीं दे रहा या रेहड़ी फड़ी वाले खुद नहीं इसे खरीदने सकते।
यह एक जबरदस्ती थोपा घर बहुत बड़ा फ़ायदा ठेकेदार खो किन्हीं एैसे कारणों से पहुंचाने की बात है जो जनता खो नहीं बताना चाहते।
पंचकूला विकास मंच जो लोकल एन जी ओ है यह काम कर सकती है। क्या नगर निगम यही काम एन जी ओ खो देने को तैयार है।और नहीं तो क्या कारण हैं।
पारदर्शिता धो पंचकूला नगर निगम से खत्म कर दी गई है बहाल करने की भी हम मांग करते हैं।
धन्यवाद।
राकेश अग्रवाल व अन्य सदस्य
पंचकूला विकास मंच
9041571234