पंचकूला 4 फरवरी।:-- अग्रजन पत्रिका ब्यूरो-- केन्द्रीय जलशक्ति एवं सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्यमंत्री रतन लाल कटारिया ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से किसान आंदोलन को लेकर कुछ अंतर्राष्टÑीय हस्तियों के ट्वीटस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश में कुछ निहित स्वार्थी समूहों ने भारत के विरूद्ध अंतर्राष्टÑीय समर्थन जुटाने का प्रयास किया है। उन्होंने किसान आंदोलन के विषय को देश का आंतरिक मुद्दा बताते हुए इस विषय पर सरकार के विरूद्ध प्रतिक्रिया देने वाली अंतर्राष्टÑीय हस्तियों को सुझाव दिया कि वे बयानबाजी करने से पहले इस मुद्दे की गंभीरता को समझें। ऐसे लोगों को बिलों की सही जानकारी नहीं है तथा वह भारत को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी ऐसे बयानों पर आपत्ति जाहिर करते हुए देश के आंतरिक मामलों पर अंतर्राष्टÑीय समुदाय को हस्तक्षेप न करने के लिए आग्रह किया है। इसके अतिरिक्त देश की खेल, कला तथा सिनेमा जगत की कुछ प्रमुख हस्तियों ने भी अंतर्राष्टÑीय हस्तियों की प्रतिक्रिया पर आपत्ति जताई है।
कांग्रेस के पूर्वाध्यक्ष राहुल गांधी के उपद्रवियों को रिहा करने के बयान पर कटारिया ने राहुल गांधी से पूछा कि क्या वे सड़कों पर दोबारा लड़ाई कराना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जब 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन सड़कों पर उपद्रव हुआ तब राहुल गाँधी समेत कई कांग्रेसी नेताओं ने कहा था कि ये भाजपा के कार्यकर्ता हैं और इनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए और जब उपद्रवियों पर कानून के अनुसार कार्यवाही की जा रही है तब वे उनकी रिहाई की बात कर रहे हैं। राहुल गांधी किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश कर रहे हैं जबकि सरकार ने किसानों को बार-बार बातचीत करने का न्यौता दिया है और सरकार इस विषय पर खुले मन से किसानों से बिंदूवार बात करने को तैयार है।