चंडीगढ़ -- अग्रजन पत्रिका ब्यूरो-चंडीगढ़ में भाजपा का अगला मेयर प्रत्याशी इस वर्ष प्रदेश प्रभारी के स्तर पर ही तय किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, भाजपा आलाकमान किसान आंदोलन के मसले को सुलझाने में व्यस्त है, इसलिए दिल्ली गए प्रदेश भाजपा के पदाधिकारियों को आलाकमान ने स्पष्ट निर्देश दे दिए हैं कि इस बार वह अपने स्तर पर ही प्रत्याशी का चुनाव करें। अब मेयर प्रत्याशी का नाम तय करने की जिम्मेदारी प्रभारी दुष्यंत गौतम और संगठन मंत्री दिनेश कुमार पर होगी। जानकारी के अनुसार, जनवरी के पहले हफ्ते में प्रभारी दुष्यंत गौतम चंडीगढ़ पहुंचेंगे और सभी पार्षदों, पदाधिकारियों और कोर कमेटी के साथ चर्चा कर मेयर प्रत्याशी का नाम तय करेंगे। किसान आंदोलन का असर प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से शहर के मेयर चुनाव पर भी पड़ता दिखाई दे रहा है। मेयर चुनाव में इस बार भाजपा की क्या रणनीति रहने वाली है, इस पर जब संगठन मंत्री दिनेश कुमार से बात की गई तो उनका भी यही कहना था कि किसान आंदोलन की वजह से मेयर चुनाव की रणनीति पर अभी विस्तृत तौर पर चर्चा नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि 28 दिसंबर के बाद से बैठकें आयोजित की जाएंगी और प्रत्याशी के नाम पर सभी से वार्ता की जाएगी। संगठन मंत्री ने कहा कि भाजपा के सभी पार्षद इस वर्ष भी एकजुट होकर मतदान करेंगे और मेयर को चुनेंगे। उन्होंने कहा कि अगला मेयर चुनाव काफी अहम रहने वाला है। मेयर के कार्यकाल के दौरान ही नगर निगम के चुनाव होंगे। दिनेश कुमार ने कहा कि मेयर राजबाला मलिक का ज्यादातर कार्यकाल कोरोना की भेंट चढ़ गया। अगले मेयर के एक साल के दौरान किए कार्य व पिछले चार साल के कार्यों को लेकर वह चुनाव में उतरेंगे। चंडीगढ़ के अगले साल के लिए मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के लिए अगले महीने 8 जनवरी को चुनाव होने है। इस बार मेयर की सीट जनरल कैटेगरी के लिए आरक्षित होने के कारण मेयर की सीट पर बैठने के लिए भाजपा के कईं काउंसलर लाइन में है।