-सर्दी के मौसम को देखते हुए कोरोना से और अधिक सतर्क और सावधान रहने की जरूरत:-उपायुक्त अशोक कुमार।
अम्बाला, 18 दिसम्बर:- उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आमजन को पहले से जारी हिदायतों की पालना करते हुए स्वयं सचेत रहें तथा दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। हिदायतों की पालना करके ही कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकता है। जब तक कोरोना की कोई वैकसीन नहीं बनती, मास्क, सैनीटाईजर व सामाजिक दूरी ही इससे बचाव का एकमात्र उपाए है।
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगों को कोरोना बचाव बारे जागरूक करने का काम किया जा रहा है। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना है, सामाजिक दूरी का ध्यान रखना है व मास्क व सैनीटाईजर का भी निरंतर प्रयोग करना है। उन्होंने यह भी कहा कि हम सबके सामुहिक प्रयासों से ही इस पर लगाम लगाई जा सकती है। उन्होने यह भी कहा कि सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग द्वारा प्रचार वाहन के माध्यम से लोगों को निरंतर इस बारे जागरूक करने का काम किया जा रहा है। दो गज की दूरी मास्क है जरूरी आदि आवश्यक हिदायतों के बारे में लोगों को प्रेरित करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों के निरंतर सहयोग से कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने मे काफी हद तक सफलता मिली है और हमें आगे भी निरंतर इस दिशा में कार्य करना है।
इस अवसर पर जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी धर्मवीर सिंह ने बताया कि उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा के मार्गदर्शन व मुख्यालय से समय-समय पर मिलने वाले दशा-निर्देशों की अनुपालना में लोगों को जागरूक करने के लिए जिला के शहरी क्षेत्र के अलावा दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऑडियो के माध्यम से जानकारी दी जा रही हैं। इसके लिए खण्ड प्रचार कार्यकत्र्ताओं की डयूटी लगाई गई है कि वे प्रचार वाहन के माध्यम से लोगों के बीच जाकर उन्हें कोविड-19 के बचाव बारे आवश्यक हिदायतों बारे जागरूक किया जा रहा हैं। लोगों को बताया जा रहा हैं कि वे कोरोना वैश्विक महामारी को हलके में न लें, जबतक वैकसीन नहीं बन जाती, तब तक ढिलाई न बरतें।
उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ाई अभी जारी हैं। इसलिए यदि कोरोना वायरस से सम्बधिंत कोई भी लक्षण नजर आए तो तुरन्त अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र एवं अस्पताल में जाकर जांच करवाएं और संक्रमित पाए जाने पर अपना उपचार करवाएं। उन्होनें कहा कि बुखार, सुखी खांसी तथा सांस लेने में कठिनाई, कफ के साथ खांसी, मासपेशियों में दर्द, नाक बहना, गले में खराश, दस्त, गंन्ध का न आना या स्वाद को न पहचान पाना आदि लक्षण दिखाई देने पर अपनी जांच करवाएं। समय पर रिपोर्टिग आपके जीवन और आपके आस-पास के लोगों के जीवन पर आने वाले संकट को टाल सकती हैं।