चंडीगढ़-- अग्रजन पत्रिका ब्यूरो--चंडीगढ़ ट्रांसोपोर्ट अंडरटेकिंग की सभी बसों में अगलसे साल जनवरी महीने से जीपीएस सिस्टम चालू हो जाएगा। चंडीगढ़ प्रशासन ने इस मामले में सीटीयू प्रबंधन को तुरंत प्रोजेक्ट को पूरा करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों के अनुसार सीटीयू की सभी बसों में जनवरी 2021 के अंत तक जीपीए सिस्टम लागू हो जाएगा। इसके बाद सीटीयू की हर बस की लोकेशन को यात्री आसानी से एक क्लिक में देख सकेगा। प्रोजेक्ट काफी लंबे समय से अधर में लटका हुआ है। प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा के निर्देशों के बाद जीपीएस सिस्टम को जल्द पूरा करने के सीटीयू अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। नए सिस्टम के चालू होने से पूरा सीटीयू बस नेटवर्क डिजिटल हो जाएगा। यूटी प्रशासन द्वारा इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम (आइटीएस) के तहत सीटीयू बसों में जीपीएस सिस्टम को लगाया जा रहा है। इस समय करीब 100 बसों में जीपीएस इंस्टाल किया गया है। चंडीगढ़ प्रशासन ने ट्रांसपोर्ट सिस्टम को डिजिटल करने के लिए वर्ल्ड बैंक के साथ चार साल पहले एमओयू साइन किया था। इसके तहत सीटीयू सभी बसों में आइटीएस के तहत जीपीएस सिस्टम को इंस्टाल करेगा। पूरे प्रोजेक्ट की कीमत करीब 35 करोड़ रुपये तय की गई थी। प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी गुजरात की एक कंपनी को दी गई है। इस प्रोजेक्ट को तीन फेज में पूरा करना था। पूर्व सीटीयू डायरेक्टर और पीसीएस अधिकारी अमित तलवार के समय में यह प्रोजेक्ट तैयार किया गया था। पहले फेज के तहत 100 बसों में जीपीएस सिस्टम लगना था, जिसके बाद यात्री मोबाइल पर ही बस की लोकेशन को ट्रेक कर सकते हैं। दूसरे फेज में 73 बसों में जीपीएस लगाना था, इसका ट्रायल अभी चल रहा है। तीसरे फेज के तहत जनवरी 2021 अंत तक सभी बसों में जीपीएस सिस्टम इंस्टाल करना है। यात्रियों की सुविधा के लिए एक खास एप बनाया गया है, जिससे सभी बसों की लोकेशन हर समय मोबाइल पर उपलब्ध होगी। मौजूदा समय में 100 बसों के जीपीएस सिस्टम को ही इसमें शामिल किया गया है। 73 बसों को दूसरे फेज में और बाकी 183 बसों को तीसरे फेज में एप से जोड़ दिया जाएगा। सीटीयू अधिकारियों के अनुसार आइटीएस सिस्टम के तहत एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इससे बसों की लोकेशन को माॅनिटर किया जा सकेगा। इस सिस्टम के तहत सीटीयू को सवारियों की भी लोकेशन के बारे में जानकारी मिल सकेगी। सभी बस क्यू शेल्टर पर डिजिटल स्क्रीन लगाई जाएगी, जिससे यात्री बस के आने का सही समय जान सकेंगे अधिकारी भी सभी बसों की लाइव लोकेशन किसी भी समय देख सकेंगे।