रायपुररानी, 2 दिसंबर (अग्रजन पत्रिका ब्यूरो ) : जीवन में सफलता हासिल करने के लिए उत्तम संस्कार, दृढ़ संकल्प और लग्न का होना बेहद जरूरी है। संस्कार ही व्यक्ति के व्यक्तित्व का निर्माण करता है और जो बच्चा अपने संस्कार और अनुशासन को नहीं छोड़ता, वह जीवन में अवश्य सफल होता है। यह बात पंचकूला जिला परिषद की चेेेेयरपर्सन रीतू सिंगला ने कही। आज के भौतिकवादी युग में संस्कारहीनता बढ़ती जा रही है, जो मानवता के लिए खतरे की घंटी है। एक संस्कारवान व्यक्ति ही राष्ट्र व समाज के लिए उपयोगी होता है। उन्होंने अपने जीवन के विभिन्न संघर्षों का जिक्र भी किया और अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों के दिए संस्कारों को दिया। बच्चों को सर्वांगीण विकास के लिए गुरु की शिक्षाओं पर चलने का आह्वान किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
युवा पीढ़ी में अच्छे संस्कारों को लाया जा सके, ताकि युवा पीढ़ी भविष्य में समाज और राष्ट्र के लिए उपयोगी सिद्ध हो। उन्होंने कहा कि संस्कार कोई जड़ वस्तु या दिखाई देने वाली चीज नहीं हैं। यह एक आभास मात्रा ही है, जिसका सीधा संबंध हमारी पाँचों ज्ञानेन्द्रियों और जीवन से है।