Friday, April 19, 2024
Follow us on
 
BREAKING NEWS
राज्य सरकार पंचकूला में पत्रकारिता विश्वविधालय स्थापित करने पर गंभीरता से करेगी विचार-विधानसभा अध्यक्ष*भाजपा पंचकूला ने अल्पसंख्यक मोर्चा के 4 मंडल अध्यक्षों की घोषणा कीजन सरोकार दिवस’ रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए कार्यकर्ता दिन रात एक कर दे - अजय सिंह चौटालानिर्यातक के घर के सामने जमकर प्रदर्शन किया और हर रोज धरना देने का फैसला लिया। कहां की है घटना पढ़िए पूरी खबरअभय सिंह की जीत के बावजूद किसान की करारी हार-- ऐलनाबाद उपचुनाव परिणाम की समीक्षा --- पढ़िए पूरा विश्लेषणमल्टीस्पेशलिटी चेकअप कैंप में 270 लोगों की जांच, 20 आपरेशनविधानसभा अध्यक्ष ने किया अमरटेक्स, इंडस्ट्रियल एरिया फेस-1 में फैक्ट्रियों के मालिकों व श्रमिकों/कर्मचारियों के लिये मैगा कोविशिल्ड वैक्सीनेशन कैंप का उद्घाटन।पेड़-पौधे लगाकर हम धरती माता का श्रृंगार कर सकते हैं: श्रवण गर्ग
 
 
 
Haryana

वैज्ञानिक मौजूदा समय भौगोलिक परिस्थितियों व अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखते हुए

December 02, 2020 09:23 PM

चंडीगढ़, 2 दिसंबर (अग्रजन पत्रिका ब्यूरो ) : - चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय,हिसार के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने कहा कि वैज्ञानिक मौजूदा समय में बदलते जलवायु परिवेश, भौगोलिक परिस्थितियों व अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखते हुए अपने अनुसंधान कार्य को आगे बढ़ाएं। इससे एक ओर जहां फसलों की गुणवत्ता कायम रहेगी वहीं दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी उनकी डिमांड बढ़ेगी।

          प्रोफेसर सिंह विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र बावल, कृषि विज्ञान केंद्र व कृषि महाविद्यालय बावल में चल रहे अनुसंधान, शिक्षण, विस्तार व अन्य कार्यों का जायजा लेने के उपरांत  वैज्ञानिकों से रूबरू हो रहे थे। इस दौरान उन्होंने जल संरक्षण के लिए केंद्र में चल रहे टपका सिंचाई व अन्य तकनीकों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों को अपना काम पूरी निष्ठा व कर्तव्य से करना चाहिए और उनका मुख्य लक्ष्य विश्वविद्यालय द्वारा विकसित नई-नई तकनीकों व विभिन्न फसलों की उन्नत किस्मों की जानकारी किसानों तक पहुंचाना होना चाहिए। उन्होंने किसानों से समन्वित खेती को अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। जिन क्षेत्रों में भूमि कम ऊपजाऊ है, वहां किसान समन्वित कृषि प्रणाली अपनाकर अपनी आमदनी में इजाफा कर सकते हैं।

          विश्वविद्यालय के कुलपति ने वैज्ञानिकों से बागवानी, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन व जैविक खेती को बढ़ावा देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मशरूम व मधुमक्खी का व्यवसाय किसान कम लागत से शुरू कर सकता है और अधिक मुनाफा कमा सकता है। इसी प्रकार कम सिंचित क्षेत्र में टपका सिंचाई कारगर साबित हो सकती है और वहां किसान मधुमक्खी पालन भी आसानी से कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक फसलों, फलों व सब्जियों की नई किस्मों व तकनीकों को विकसित करते समय इस बात का भी खास ध्यान रखें कि उसका लाभ हर छोटी से छोटी जोत वाले किसान तक पहुंचना चाहिए।

Have something to say? Post your comment
 
More Haryana News
पंचकूला में सात सरोकार, उनका हो गया बंटाधार -ओ पी सिहाग विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमें मिलकर कड़ा परिश्रम करना होगा, जिसके लिए हमारे पास 24 वर्ष हैं - राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय
*अब खेल मात्र खेल नहीं रह गया है, बल्कि सुनहरे भविष्य और उज्ज्वल कैरियर की गारंटी बन गया है- श्रीमती कमलेश ढंाडा* *
*9 वर्षो में पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में हुए 5 हजार करोड से अधिक के विकास कार्य-गुप्ता*
महाराजा अग्रसेन वेलफेयर ट्रस्ट पंचकुला को गणतंत्र दिवस पर किया सम्मानित
-गणतंत्र दिवस के साथ देशभक्तों के त्याग और बलिदान की जुड़ी हुई है एक लंबी गौरवगाथा-गुप्ता
भगवान गणेश जी से की प्रार्थना वह भी नहीं आई काम सेक्टर 9 की रेहड़ी मार्केट जलकर राख
हरियाणा ब्रेकिंग* *आज से फरीदाबाद में हरियाणा बीजेपी का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शुरू*
हरियाणा विधानसभा बनाए जाने के मुद्दे पर मान सरकार के मंत्री को दिया जवाब हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ने
समापन अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने मुख्य अतिथि के रूप में की शिरकत*