,चंडीगढ़ -- अग्रजन पत्रिका ब्यूरो--
कोरोना संक्रमण जानकारी के अभाव में अंदर ही अंदर आगे दूसरों को संक्रमित कर रहा है। खासकर अगर संक्रमित व्यक्ति कहीं मार्केट या पब्लिक प्लेस पर पहुंच रहा है तो इससे तो खतरा और भी कहीं ज्यादा बढ़ जाता है। यह तब होता है जब व्यक्ति में संक्रमण के कोई लक्षण न हो या हल्के लक्षण हों। ऐसे लोगों की तुरंत पहचान करने के लिए रैंडम टेस्टिंग शुरू की गई है। मोबाइल टेस्टिंग वैन को मार्केट और भीड़ वाले बाजारों पर तैनात किया गया है। रोजाना नई मार्केट और जगह पर यह मोबाइल वैन मौजूद रहेगी। जिससे मार्केट के व्यापारियों और आने-जाने वाले ग्राहकों का रैंडम कोविड टेस्ट किया जाएगा। सेक्टर-22 की मार्केट से इसकी शुरुआत की गई है। डीसी मनदीप सिंह बराड़ ने इस तरह के कैंप लगाने के आदेश दिए हैं। मोबाइल टेस्टिंग के साथ जागरूकता के लिए कैंप भी लगाए जा रहे हैं। जिससे लोगों को मास्क पहनने, उचित दूरी बनाए रखने आदी के बारे में जागरूक किया जाएगा। फेस्टिवल सीजन को देखते हुए यह रैंडम चेकिंग और कैंप लगाए जाए रहे हैं। चंडीगढ़ में कोरोना संक्रमण का दर कम हो गई है। यह कम होकर 4.43 रह गई है। पूरे देश में एक्टिव रेट छठे स्थान पर पहुंच गया है। यह अच्छे संकेत हैं। लेकिन मृत्यु दर कम नहीं हो रही है। मौत की चेन टूटने का नाम नहीं ले रही है। रोजाना कोरोना से मौत हो रही है। अब तो कोरोना युवाओं को भी अपना शिकार बना रहा है। 20 से 30 वर्ष के युवाओं की भी मौत हो रही है। जबकि पहले बुजुर्गो की ही मौत हो रही थी। ऐसे में अब ज्यादा सचेत और संभलने की जरूरत है। कोरोना को हल्के में लेना महंगा पड़ सकता है। यह जिसको लक्षणों के साथ हो रहा है ठीक होने के बाद भी झकझोर रहा है। शरीर में कमजोरी पैदा कर रहा है।
बॉक्स- चंडीगढ़ में लंबे अंतराल के बाद शुक्रवार को कोरोना वायरस से कोई मौत नहीं हुई। वहीं 65 नए पॉजिटिव केस सामने आए। साथ ही 67 लोगों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। शहर में कोरोना के एक्टिव केस बढ़कर 657 हो गए हैं।