चंडीगढ़, 29 अक्टूबर - अग्रजन पत्रिका ब्यूरो-- हरियाणा की बिजली वितरण कंपनियां उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचबीवीएन) और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) द्वारा म्हारा गांव जगमग गांव योजना की अवधारणा को साकार करते हुए हरियाणा दिवस पर 123 और गांवों को 24 घंटे बिजली की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। इस योजना के तहत अब प्रदेश के कुल 4878 गांवों में 24 घंटे बिजली मिलेगी। इस प्रयास का प्रतिफल यह होगा कि अब प्रदेश के 65 से 70 प्रतिशत गांव पूरी तरह जगमग हो जाएंगे। निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों की कठोर मेहनत के बाद लाईन लाॅस कम हुए। हरियाणा बिजली निगमों का ग्रामीण क्षेत्र का लाईन लाॅस जो 70 प्रतिशत से अधिक था उसमें अप्रत्याशित सुधार हुआ है। जिसके चलते 7000 गांवों में से 4755 गांवों में 24 घंटे बिजली मिल रही है, जो संख्या बढ़ कर 1 नवम्बर से 4878 हो जाएगी।
प्रदेश के पचंकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, करनाल, गुरुग्राम, फरीदाबाद, सिरसा, रेवाड़ी और फतेहाबाद ऐसे जिले हैं जहां पहले से ही 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। ग्रामीण बिजली उपभोक्ताओं को शहर के उपभोक्ताओं की तरह 24 घंटे बिजली मिले इसके लिए यह योजना शुरू की गई थी, जिसके अब बहुत उत्साहवर्धक परिणाम सामने आए हैं।
01 नवंबर से जो नए 123 गांव जगमगहो जाएंगे उनमें यूएचबीवीएन के सोनीपत सर्कल के 05 गांव, पानीपत के 06, रोहतक के 06, झज्जर के 11 और कैथल के 37 एवं डीएचबीवीएन मे पलवल के 30, नारनौल के 18, भिवानी के 03 और फतेहाबाद के 07 गांव शामिल हैं।
अब नए गांवों के साथ-साथ पूर्व में चलाए गए अभियान के तहत यूएचबीवीएन के 605 फीडरों के अंतर्गत 2800 गांव जिसमें अंबाला सर्कल के 615, कुरुक्षेत्र सर्कल के 412, करनाल सर्कल के 435, यमुनानगर सर्कल के 920, पानीपत सर्कल के 39, सोनीपत सर्कल के 88, कैथल सर्कल के 233, रोहतक सर्कल के 20 और झज्जर सर्कल के 38 तथा डीएचबीवीएन में 591 फीडरों के अंर्तगत 2078 गांव जिसमें गुरुग्राम सर्कल के 250, फरीदाबाद सर्कल के 135, सिरसा सर्कल के 354, रेवाड़ी सर्कल के 418, फतेहाबाद सर्कल के 313, नारनौल सर्कल के 234, भिवानी सर्कल के 156, हिसार सर्कल के 52, पलवल सर्कल के 78, जींद सर्कल के 3 व मेवात सर्कल के 85 गांव शामिल हैं जिनको 24 घंटे बिजली सप्लाई दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि 01 जुलाई, 2015 को कुरूक्षेत्र जिले के दयालपुर गांव से मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने म्हारा गांव जगमग गांव योजना की शुरूआत की थी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सपनों का हरियाणा बनाने के लिए इस योजना के तहत गांवों में सभी पुरानी बिजली की तारों की जगह नई एरियल बंच्ड केबल लगाई जाती है, पुराने व खराब मीटरों को बदला जाता है, ग्रामीणों से बकाया बिजली बिलों का भुगतान करने का आग्रह किया जाता है, लाईन लॉस कम होते ही उस गांव को तुरंत म्हारा गांव जगमग गांव योजना में शामिल कर गांव में बिजली का नया इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर दिया जाता है और फिर ग्रामीणों को 24 घंटे निर्बाध बिजली की सप्लाई शुरू हो जाती है। इसके बाद गांवों में ट्रांसफार्मरों का भी कम से कम नुकसान होता है साथ ही बिजली आपूर्ति में किसी प्रकार का कोई अवरोध नहीं होता।
बिजली वितरण निगमों के चेयरमैन शत्रुजीत कपूर ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की दूरगामी सोच ने प्रदेश में बिजली निगमों के घाटे को उभारकर फायदे में पहंुचाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आने वाले 18 महीनों में प्रदेश के सभी गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने बिजली वितरण कंपनियों के समस्त कर्मचारियों और इंजीनियरों को निर्देश दिए कि जल्द ही हरियाणा के बचे हुए करीब 30 प्रतिशत गांवों को भी इस योजना के साथ जोड़ा जाए। इसी उद्देश्य के साथ निरंतर कार्य करने से समग्र हरियाणा में म्हारा गांव जगमग गांव योजना का उद्देश्य पूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा के खेत में किसान का कृषि कार्य और औद्योगिक इकाईयों का उत्पादन बिजली आपूर्ति की वजह से जरा भी बाधित न हो यहीं बिजली कंपनियों का उद्देश्य है।