अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही वरूण महता ने फिर चमकाया देश का नाम विश्व पटल पर
6001 मीटर ऊंचे पहाड़ देवटिब्बा पर इस वर्ष की पहली चढ़ाई की अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही वरूण
लॉकडाऊन में तीन महीने अभयास कर पाई देवटिब्बा पर चढ़ाई की सफलता
भिवानी पहुंचने पर खेलप्रेमियों ने किया भव्य स
भिवानी, 19 अक्तूबर--- अग्रजन पत्रिका ब्यूरो-- हिमाचल की पीरपंजाल पर्वत श्रृंख्ला की 6001 मीटर ऊंचा देवटिब्बा पहाड़ पर अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही वरूण महता ने चढ़ाई कर एक एक नया रिकॉर्ड कामय की है। बता दे कि अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही वरूण पहले भी हिमाचल, अरूणाचल, महाराष्ट्र तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहाड़ों पर चढ़ाई कर देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन कर चुके है। अब इससे एक कदम ओर आगे बढ़ते हुए वरूण ने 21 सितंबर को सुबह 9 बजकर 26 मिनट पर हिमाचल की पीरपंजाल पर्वत श्रृंख्ला की 6001 मीटर ऊंचा देवटिब्बा पहाड़ पर चढ़ाई की और देश का नाम एक बार फिर से रोशन किया है। सोमवार को भिवानी पहुंचने पर वरूण का खेल प्रेमियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया तथा उनकी इस उपलब्धि पर गर्व जताया। इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही वरूण महता ने बताया कि उन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है। उन्होंने कहा कि जब पूरा देश कोरोना महामारी से लड़ रहा था, तब लॉकडाऊन के समय में भी उन्होंने बिना जिम, बिना पार्क के घर पर तीन महीने तक लगातार अभयास किया, ताकि वे देश का नाम पूरे विश्व पटल पर चमका सकें। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी उन्होंने पिछले वर्ष अफ्रीका के सबसे बड़े पहाड़ किलीमंजारों पर चढ़ाई की थी। साथ ही वरूण ने सरकार से मांग की कि यदि सरकार यदि उनकी आर्थिक मदद करें तो वे आगे भी इस तरह से मेहनत करते रहेंगे तथा देश का नाम रोशन करते रहेंगे। साथ ही उन्होंने बताया कि वे अगले वर्ष यूरोप के सबसे ऊंचे पहाड़ एल्ब्रूस पर चढ़ाई करेंगे। बता दें कि देश का नाम विश्व पटल पर चमकाने के लिए वरूण अपनी फॉर्मासिस्ट की नौकरी भी छोड़ चुके हैं। इस मौके पर वरूण ने बताया कि उनकी सफलता के पीछे उनकी टीम का विशेष सहयोग रहा, जिसमें टीम लीडर दिनेश ठाकुर सहित अन्य टीम सदस्य विशाल, जानकी, रवि व सुरेश का भी विशेष सहयोग रहा।