Chandigarh
चंडीगढ़ की मेयर राजबाला मलिक को बुधवार को उन्हें पीजीआइ से डिस्चार्ज कर दिया गया
September 30, 2020 10:22 PM
चंडीगढ़-- अग्रजन पत्रिका ब्यूरो--
चंडीगढ़ की मेयर राजबाला मलिक को बुधवार को उन्हें पीजीआइ से डिस्चार्ज कर दिया गया। स्वस्थ होने के बाद उन्होंने कहा कि पीजीआइ के डॉक्टर और हेल्थ वर्कर दिन-रात अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे हैं। देखा जाए तो ये लोग ही असली कोरोना वॉरियर हैं। डॉक्टरों की वजह से आज मुझे नई जिंदगी मिली है। मैं शहरवासियों से बस इतना ही कहना चाहूंगी कि वे कोरोना महामारी को लेकर लापरवाही ना बरतें। डॉक्टर और हेल्थ वर्कर अपना परिवार छोड़कर, उनसे दूर रह कर मरीजों का इलाज करते हैं। ऐसा करना आसान नहीं है।
बता दें कि पीजीआइ में सात दिन तक मेयर राजबाला मलिक का इलाज चला। मेयर 16 सितंबर को कोरोना संक्रमित पाई गईं थी। उन्हें पहले फोर्टिस अस्पताल में एडमिट किया गया था। अचानक तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद उन्हें पीजीआइ में 24 सितंबर को एडमिट किया गया था। मेयर ने कोरोना से ठीक होने के बाद पीजीआइ के डायरेक्टर प्रो. जगतराम का तहे दिल से आभार जताया। मेयर ने कहा अगर डॉक्टर्स और हेल्थ वर्कर न हो, तो कोरोना महामारी जंग में जितना अासान नहीं। पीजीआइ के एनेस्थीसिया एंड इंटेंसिव केयर डिपार्टमेंट के हेड प्रो. जीडी पूरी ने कहा कि जब मेयर राजबाला मलिक काेविड वार्ड में एडमिट थीं। तब उन्हें ऑक्सीजन पर रखा गया था। तीन दिन तक उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ी। अब उन्हें पीजीआइ से डिस्चार्ज कर दिया गया है। पूरी तरह ठीक हाेने के लिए मेयर को 11 अक्टूबर तक होम क्वारंटाइन में रहने के लिए कहा गया है।