पंचकूला 21 सितम्बर - अग्रजन पत्रिका ब्यूरो-- उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि हरियाणा सरकार ने खरीफ फसल 2020 में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना व फसल विविधिकरण योजना के अंतर्गत’’ मेरा पानी मेरी विरासत ’’ स्कीम लागू की है। इस स्कीम के तहत जिला के जो किसान खरीफ 2020 में धान को छोड़कर अन्य वैकल्पिक बाजरा, मक्का कपास व दलहन जैसी फसलें उगाएगा उसे प्रति एकड़ 7000 रुपए की वितिय सहायता प्रदान की जाएगी।
उपायुक्त ने बताया कि पंचकूला में जिन किसानों ने इस योजना का लाभ लेने के लिए अॅानलाईन आवेदन किया है। इसके अंतर्गगत जिला में फसल विविधिकरण का 467.307 हैक्टेयर क्षेत्र बनता है। विभागीय दिशा निर्देशानुसार कृषि विभाग के अधिकारियों ने मौके पर जाकर फसलों का निरीक्षण करने पर 288.693 हैक्टेयर मक्का,, 105.272 हैक्टेयर बाजरा, 0.890 दालें तथा 1.093 हैक्टेयर बागवानी फसलें किसानों द्वारा उगाई पाई गई।
उपायुक्त ने बताया कि विभाग द्वारा पहले सफल निरीक्षण के बाद पहली किस्त में रूप में 2000 रुपए की प्रति एकड. के हिसाब से 18 लाख 74 हजार 375 रुपए की वितिय सहायता जिला के किसानों के खाते में डाल दी गई है। उन्हांेने बताया कि शेष दूसरी किस्त 5000 रुपए प्रति एकड़ निरीक्षण उपरांत शीघ्र ही डाल दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि सरकार की विभिन्न स्कीमों की सहायता तथा सरकारी खरीद के लिए किसानों द्वारा बोई गई फसल का विवरण- मेरी फसल मेरा ब्यौरा- पोर्टल- पर दर्ज करवाना अनिवार्य है। जिला के जिन किसानों ने मेरा पानी मेरी विरासत स्कीम के तहत मक्का की बिजाई की है उसकी खरीद सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाएगी। यह खरीद उन्ही किसानों की जा जाएगी जिन्होंने पोर्टल पर पंजीकरण करवाया है।