दिल्ली : लॉकडाउन में ज्यादातर कुरियर और अन्य सर्विसेज बंद रहीं। इसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी हुई, लेकिन लॉकडाउन में भी डाक विभाग की सर्विस चालू रही, जिसकी वजह से लोगों को राहत मिली। पोस्ट सर्विस के माध्यम से पीपीई किट से लेकर दवाइयां, मास्क और सैनिटाइजर तक एक जगह से दूसरी जगह आसानी से पहुंचे और डाक विभाग के कर्मचारी काम करते रहे। पिछले कुछ दिनों से यमुनापार इलाके में डाक घर अल्टरनेट डेज पर खुल रहे थे, लेकिन अब नई गाइडलाइन के अनुसार नियमों में बदलाव हुआ है। अब सिर्फ शनिवार को ही डाक घर बंद रह रहे हैं। ताकि ऑफिस को सैनिटाइज किया जा सके।
पिछले दिनों अल्टरनेट डेज पर पोस्ट ऑफिस खुलने की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। नई गाइडलाइन के अनुसार बड़े डाक घर महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को सैनिटाइजेशन के लिए बंद रहेंगे। वहीं, छोटे डाक घर प्रत्येक शनिवार को सैनिटाइजेशन के लिए बंद रहेंगे। वहीं, पूरे यमुनापार इलाके की बात करें तो अभी तक डाक विभाग के 20 कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। जिसमें से दो की स्थिति काफी नाजुक है।
विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद से लोगों में डाक विभाग की सर्विस पर काफी भरोसा बढ़ा है। क्योंकि सभी कुरियर कंपनियां बंद चल रहीं थी। ऐसे में इंडियन पोस्ट सर्विस ही लोगों के पास एक विकल्प था। यही वजह है कि आजकल सभी डाक घरों के बाहर लोगों की काफी भीड़ देखने को मिल रही है। जो लोग पूरी तरह प्राइवेट कुरियर कंपनियों पर निर्भर थे, वह भी डाक विभाग की सर्विस ले रहे हैं। काफी संख्या में ऑनलाइन शॉपिंग वाली कंपनियां भी डाक विभाग की सेवाएं ले रही हैं।
अपने बिजनेस के लिए डाक विभाग की सर्विस लेने वाले प्रदीप कुमार ने बताया कि डाक विभाग की सर्विस कुरियर जैसी है, लेकिन ट्रैकिंग का सिस्टर दुरुस्त नहीं होने से लोगों को लोग अपने समान को ट्रैक नहीं कर पाते हैं।