नई दिल्ली | दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेन्नई और पोर्ट ब्लेयर को जोड़ने वाली पनडुब्बी ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। यहां पीएम मोदी ने कहा कि अंडमान निकोबार के लोगों को केबल नेटवर्क के जरिये देश के सभी नागरिकों की तरह ऑनलइन शिक्षा, बेहतर इंटरनेट समेत सभी डिजिटल लाभ मिलेंगे।अंडमान निकोबार द्वीप समूह के सभी द्वीपों में बेहतर संपर्क सुविधा समेत बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का काम जारी है।आने वाले समय में अंडमान निकोबार बंदरगाह से जुड़ी गतिविधियों के विकास के केंद्र के रूप में विकसित होने वाला है, अंडमान निकोबार दुनिया के कई बंदरगाहों से प्रतिस्पर्धी रूप से करीब स्थित है। अंडमान निकोबार में आज जितनी भी आधुनिक ढांचागत सुविधायें तैयार हो रही हैं, वो समुद्री क्षेत्र से जुड़ी अर्थव्यवस्था को भी गति देगें।
पनडुब्बी ओएफसी लिंक चेन्नई और पोर्ट ब्लेयर के बीच 2x200 गीगाबिट्स प्रति सेकंड (Gbps) और पोर्ट ब्लेयर और अन्य द्वीपों के बीच 2x100 Gbps की बैंडविड्थ वितरित करेगी। इन द्वीपों में विश्वसनीय, मजबूत और हाई स्पीड दूरसंचार और ब्रॉडबैंड सुविधाओं का प्रावधान उपभोक्ताओं के दृष्टिकोण के साथ-साथ रणनीतिक और शासन कारणों से एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। दूरसंचार और ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी से द्वीपों में पर्यटन और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा, अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी और जीवन स्तर में वृद्धि होगी।
पीएमओ की प्रेस विज्ञिप्ति के अनुसार- बेहतर कनेक्टिविटी से ई-गवर्नेंस सेवाओं जैसे टेलीमेडिसिन और टेली-एजुकेशन की सुपुर्दगी में भी मदद मिलेगी, ई-कॉमर्स में अवसरों से छोटे उद्यमों को फायदा होगा, जबकि शिक्षण संस्थान ई-लर्निंग और नॉलेज शेयरिंग के लिए बैंडविड्थ की बढ़ी उपलब्धता का उपयोग करेंगे। ।2300 किलोमीटर की इस सबमरीन ओएफसी को बिछाने में 1224 करोड़ रुपये लगे हैं। इससे इंटरनेट की 400 GBPS स्पीड मिलेगी।