हरियाणा।--
तकनीकी शिक्षा मंत्री अनिल विज ने विभाग द्वारा 2020-21 हेतु इंजीनियरिंग डिग्री एवं डिप्लोमा कोर्स हेतु आरंभ की गई ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया का उद्घाटन किया। इससे विद्यार्थियों को घर बैठे ही इन विषयों में अपना दाखिल करवाने का अवसर मिलेगा।
विज ने कहा कि कोविड-19 के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के चलते जहां फिलहाल छात्र-छात्राओं को विभिन्न संस्थानों में जाकर दाखिला प्रक्रिया को पूर्ण करना कठिन है, वहीं बिना मूल प्रमाण पत्रों के उनके प्रमाणपत्र सत्यापन भी संभव नहीं है।
इस स्थिति को सरल बनाने हेतु राज्य तकनीकी शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र हरियाणा की मदद से एक विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया है। जिसका प्रयोग इस बार दाखिले प्रक्रिया के लिए किया जाएगा। यह सॉफ्टवेयर न सिर्फ ऑनलाइन प्रार्थनापत्र स्वीकार करेगा।
अपितु डिजी लॉकर की मदद से उनके प्रमाणपत्रों का सत्यापन भी करेगा। इससे विद्यार्थियों को भौतिक रूप से उपस्थिति ना होने पर भी उनके लिए दाखिले करवाना संभव होगा। तकनीकी शिक्षा मंत्री ने बताया कि हरियाणा में वर्तमान में 37 राजकीय बहुतकनीकी संस्थान हैं तथा 4 सहायता प्राप्त संस्थान है, जिनमे 36 विभिन्न ट्रेडों में डिप्लोमा पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।
36 ट्रेड,3 हजार 131 सीटें और
वोकेशन डिप्लोमा की 810 सीटें
तकनीकी शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा इंजीनियरिंग डिग्री एवं डिप्लोमा कोर्स हेतु ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया का आंरभ किया गया। इसका शुभांरभ तकनीकी शिक्षा मंत्री अनिल विज ने किया। अब हरियाणा में वर्तमान में 37 राजकीय बहुतकनीकी संस्थान के साथ 4 सहायता प्राप्त संस्थान में दाखिला प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिसमें 36 विभिन्न ट्रेडों के डिप्लोमा के साथ ही इंजीनियरिंग डिप्लोमा की 13131 सीटें तथा वोकेशनल डिप्लोमा कोर्स की 810 सीटें पर दाखिले होंगे। इसके अतिरिक्त 151 स्व वित्तपोषित संस्थान में भी इंजीनियरिंग डिप्लोमा की लगभग 26000 सीटें पर दाखिला होगा।
कोरोना काल में दाखिला प्रक्रिया पूर्ण करना कठिन
मंत्री अनिल विज ने कहा कि कोविड-19 के कारण छात्र छात्राओं को विभिन्न संस्थानों में जाकर दाखिला प्रक्रिया को पूर्ण करना कठिन है। साथ ही मूल प्रमाण पत्रों के सत्यापन के बिना कार्य संभव नहीं जो दाखिले की एक आवश्यक स्थिति है। इसी से निपटने के लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र हरियाणा की मदद से साफ्टवेयर तैयार किया है। इसकी मदद से ऑनलाइन प्रार्थना पत्र स्वीकार किए जाएंगे और डिजीलॉकर की मदद से उनके प्रमाणपत्रों का सत्यापन भी किया जाएगा।
दिक्कत आने पर आनलाइन चैट की भी व्यवस्था
फार्म भरते समय कोई समस्या आने पर उस समस्या से निपटने के लिए ऑटोमेटिक चैट बोर्ड की व्यवस्था है। जो कि विद्यार्थी में फार्म भरने में मदद करेगा। विज ने इस दौरान वित्त आयुक्त तकनीकी शिक्षा विभाग अंकुर गुप्ता व डायरेक्टर जनरल तकनीकी शिक्षा अजित बालाजी जोशी को बधाई दी। ज्वाइंट डायरेक्टर हरियाणा राज्य तकनीकी शिक्षा सोसायटी पूनम प्रतिभा ने बताया कि पुराने सॉफ्टवेयर से जहां दाखिले के लिए फार्म भरे जाते थे। वहीं अब नए सॉफ्टवेयर में प्रमाणपत्र सत्यापन की सुविधा है। इसके लिए डिजीलॉकर पर उम्मीदवारों द्वारा अपलोड किए गए प्रमाण पत्रों का इस्तेमाल किया जाएगा। विभिन्न बहुतकनीकी संस्थानों से निकलने वाले विद्यार्थियों को भारतीय रेलवे, गेल, मारुति, पावरग्रिड, एन टीपीसी सहित कई कंपनियों में रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं। मौके पर राजकीय बहुतकनीकी अंबाला सिटी प्रधानाचार्य राजीव सपरा, एसजेपी दामला प्रिसिंपल अनिल बुद्धिराजा, केसीजीपी शहर की प्रिंसिपल विंदू आनंद, एचएसटीईएस शोभित, धर्मवीर सैनी व अन्य मौजूद रहे।