रेवाड़ी(ब्यूरो): मंगलवार अनियंत्रित होकर दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित निखरी कट के समीप फ्लाईओवर से नीचे सर्विस रोड पर चल रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली पर गिरे केमिकल से भरे टैंकर ने एक मासूम बच्चे की जान तो लील ही ली, लेकिन रात होते-होते 32 गायों को काल का ग्रास बना दिया। गायों की मौत की वजह हादसे के बाद बिखरा पड़ा गेहूं बना, क्योंकि केमिकल का रिसाव होने के बाद ट्रैक्टर-ट्राली में भरा गेंहू जहरीला हो चुका था और रात के समय घुमंतू चारवाहों की सैकड़ों गायों ने इसे अपना निवाला समझ कर निगल लिया। उसके चंद मिनटों बाद ही एक-एक कर तड़प-तड़प कर दर्जनों गाय मौत के मुंह में समां गई। टैंकर में टोलून बाई आइसोसोइन केमिकल भरा हुआ था। इनसे के बीच बड़ा सवाल यह है कि आखिर 32 गायों की मौत का जिम्मेदार कौन है!
दरअसल, एक टैंकर चालक अपने टैंकर में टोलून बाई आइसोसोइन केमिकल लेकर गुजराज से यूपी के दादरी जा रहा था। दिल्ली-जयपुर हाइवे पर मंगलवार की दोपहर निखरी कट के आरओबी के नीचे सर्विस रोड पर गेहूं से भरे ट्रैक्टर-ट्राली पर पडऩे से हादसे में चार वर्षीय मासूम बच्चे की मौत हो गई थी, जबकि पिता व दादी घायल हो गए थे। ट्रैक्टर-ट्रॉली में गेहूं भरा हुआ था। हादसे के बाद ट्रॉली से सारा गेहूं सड़क पर बिखर गया और टैंकर से केमिकल का रिसाव शुरू हो गया। हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस व फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों की आंखों में भी जलन होने लगी। कुछ देर बाद घायल और मृतक बच्चे के शव को तो पुलिस ने किसी तरह निकाल कर अस्पताल पहुंचा दिया, लेकिन वहां पड़े टैंकर और ट्रॉली को हटाने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने गायों की मौत का आंकड़ा काफी ज्यादा बताया
रात के समय राजस्थान के गौ-चारवाहों की सैकड़ों गाय घटना स्थल से गुजर रही थी। रास्ते में सड़क पर गेहूं पड़ा देख गायों ने उसे खाना शुरू कर दिया। पीछे चल रहे चारवाहे इससे पहले कुछ समझ पाते कुछ दूर चलने के बाद ज्यादातर गायें अचानक तड़पने लगी। चारवाहे को जल्द ही समझ आ गया और उसने कुछ गायों को गेहूं खाने से पहले ही खदेड़ दिया, लेकिन इससे पहले दर्जनों गाय जहरीले गेहूं को खा चुकी थी। इसके अलावा सड़क पर भरे पानी में भी केमिकल का बिखराव हो चुका था। कुछ गायों ने प्यास बुझाने के लिए उस पानी को भी पी लिया। जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो गई। प्रशासन की तरफ से 32 गायों की मौत की पुष्टि की गई है, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों ने गायों की मौत का आंकड़ा काफी ज्यादा बताया है। साथ ही प्रत्यदर्शियों ने गायों की मौत के लिए पुलिस व प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया था। हादसे में मासूम के साथ दर्जनों की संख्या में गायों की मौत ने मामले को पेचिदा बना दिया है। एचएसओ मनोज कुमार ने हादसे में 32 गायों की मौत की स्वीकारते हुए चालक व टैंकर मालिक को गिरफ्तार करने की पुष्टि की है।
आईजी खुद पहुंचे निरीक्षण करने पहुंचे
मामला काफी गंभीर होने के बाद बुधवार की सुबह साउथ रेंज रेवाड़ी के आईजी विकास अरोड़ा खुद घटना स्थल पर पहुंचे और राजस्थानी चारवाहों से बात की। इस दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों को टैंकर चालक व मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए। उन्होंने इतनी बड़ी संख्या में गायों की मौत पर दुख भी जताया।