चंडीगढ़-- अग्रजन पत्रिका सत्यनारायण गुप्ता-
कोविड-19 महामारी और कर्फ्यू /लॉकडाउन के चलते डेयरी उद्योग पर पड़े बुरे प्रभावों के चलते वेरका ने एक बार फिर से पंजाब के किसानों को राहत पहुंचाते हुए पिछले दो महीनों में दूसरी बार पशु खुराक के दाम घटाने का फैसला किया।
सहकारिता मंत्री स. सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को बड़ी आर्थिक राहत देते हुए पशु खुराक का दाम 80-100 रुपए प्रति क्विंटल घटा दिया है। इस कदम से दूध उत्पादकों को रोजाना करीब 3 लाख रुपए का वित्तीय लाभ होगा।
स. रंधावा ने बताया कि वेरका द्वारा सीधे तौर पर दाना मंडियों में से मक्के की खरीद शुरू की गई है। वेरका द्वारा मंडी में जाकर सीधी खरीद करने से जहाँ वेरका को बढि़या गुण का मक्का प्राप्त हुआ है वहीं किसानों को भी पैदावार के वाजिब दाम मिलने शुरू हो गए हैं। सहकारिता मंत्री ने कहा कि पशु खुराक के दाम में कटौती के कारण खुराक के गुण से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाता जिससे दुधारू पशूओं की उत्पादकता क्षमता बनी रहती है।
स. रंधावा ने कहा कि दूध उत्पादक वेरका की प्रगति का मुख्य आधार हैं और साथ ही कृषि के सहायक धंधे के तौर पर डेयरी उद्योग ही सबसे बढि़या प्रफुल्लित हुआ है। उन्होंने दूध उत्पादकों को विश्वास दिलाया कि कोविड के कारण सरकारी राजस्व में आई भारी गिरावट के बावजूद राज्य सरकार किसानों का पूरा ध्यान रख रही है और आने वाले समय में भी उनका पूरा ध्यान रखेगी।
मिल्कफैड के चेयरमैन कैप्टन हरमिन्दर सिंह ने बताया कि वेरका किसानों का अपना संस्थान है जोकि दूध उत्पादकों के हितों के लिए हमेशा से काम करता आ रहा है और करता रहेगा। वेरका द्वारा दूध उत्पादकों के दूध की खरीद ही नहीं की जाती बल्कि दूध उत्पादकों के लिए बढि़या गुणवत्ता की पशु खुराक वाजिब दरों पर मुहैया करवाई जाती है। वेरका द्वारा डेयरी किसानों को तकनीकी सेवाएं भी उपल�