अम्बाला : - अग्रजन पत्रिका के लिए सत्यनारायण गुप्ता- हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट की नेत्री चित्रा सरवारा ने प्रवासी मजदूरों पर हुए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने सरकार की सोच और नीति पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि जब कोरोना के केस नाम मात्र थे तब इन मजदूरों और जनता को घरों में बंद करने के आदेश हुए थे। आज जब केस एक लाख पार कर चुके हैं तो सभी सिस्टम खोले जा रहे हैं। जब जीरी बोने का समय आया है, तब उद्योगपतियों को फैक्ट्रियों को चालू करने को कहा जा रहा है। जब सरकार ने मनरेगा का पैसा बढ़ाया है जिससे श्रमिक को पैसा कमाने का अवसर मिले तभी उस समय सरकार मजदूरों को घर भेजने लग गई है। सरकार की ये क्या सोच और नीति है ? उन्होंने कहा कि हालात के मारे गरीब मजदूरों पर लाठी बरसाना अमानवीय तानाशाह कार्रवाई है। सरकार को इस मुश्किल दौर में मजदूरों से हमदर्दी के साथ पेश आना चाहिए।