मोहाली/15मईः- अग्रजन पत्रिका के लिए सत्यनारायण गुप्ता --शिरोमणी अकाली दल के वरिष्ठ नेता तथा हल्का विधायक एनके शर्मा ने आज राज्य में नकली शराब के कारखानों का संरक्षण करने के लिए कांग्रेसी मंत्रियों तथा नेताओं की सख्त निंदा करते हुए कहा कि पंजाब में नकली शराब बनाने का सारा कारोबार कांग्रेसी मंत्रियों, विधायकों तथा हल्का इंचार्जों की देखरेख में चल रहा है तथा कांग्रेसी नेता इस अवैध कारोबार से बड़ा हिस्सा वसूल रहे हैं।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए श्री शर्मा ने कहा कि अगर आंकड़ों का हिसाब लगाएं तो शराब से वसूले जाने वाले टैक्स से पंजाब सरकार को 4 हजार करोड़ रूपए का घाटा पड़ा है। उन्होने बताया कि शिरोमणी अकाली दल की सरकार के समय 9 सालों में शराब से होने वाली आय में 170 फीसदी बढ़ोतरी हुई थी तथा यह बढ़ोतरी हर साल 12 से लेकर 18 फीसदी तक होती थी। उन्होने कहा कि यदि पिछले तीन सालों का हिसाब लगाएं तो यह बढ़ोतरी 3600 करोड़ रूपए बनती है,पर कांग्रेस के राज्यकाल में यह 3600 करोड़ की बढ़ोतरी तो क्या होनी थी उल्टा शराब से आने वाला राजस्व 600 करोड़ रूपए कम हो गया है। उन्होने कहा कि इस 600 करोड़ रूपए के घाटे को लेकर ही कांग्रेस के मंत्रियों तथा विधायकों ने अकेले शराब के कारोबार में 4 हजार करोड़ रूपए का घाटा होने का दोष लगाए हैं।
राजपुरा में पकड़ी गई नकली शराब के कारखाने के बारे बताते हुए अकाली विधायक ने कहा कि इस अवैध कारखाने से प्रतिदिन 12 हजार अवैध घटिया शराब की बोतले तैयार होती थी। उन्होने कहा कि इस कारखाने को चलाने वाले दोषी कांग्रेसी विधायकों मदन लाल जलालपुर तथा हरदयाल सिंह कंबोज के नजदीकी सहयोगी हैं। उन्होने आगे बताया कि एक दोषी घनौर संसदीय क्षेत्र का अमरीक सिंह सरपंच है जोकि कांग्रेसी एम एल ए मदन लाल जलालपुर का निकटतम सहयोगी है। अमरीक सिंह की पत्नी घनौर ससंदीय क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट से जिला परिषद मैंबर बनी हुई है। इस कारोबार में शामिल दूसरा व्यक्ति दीपेश कुमार राजपुरा से विधायक हरदयाल सिंह कंबोज का नजदीकी है। अमरीक सिंह को कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़, महारानी परनीत कौर तथा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ तस्वीरों में देखा जा सकता है।
अन्य जानकारी देते हुए श्री शर्मा ने बताया कि इस नकली शराब के कारखाने में रॉयल स्टैग, मस्ती मालटा, लाजवाब सोफिया तथा रसीला संतरा नामी शराब तैयार की जाती थी। यहां शराब बनाने के लिए 35 ड्रम ई.एन.ए तथा बोतलों पर लगाने वाले स्टीकरों समेत अन्य सामान बरामद किया गया। शराब को तैयार करने के लिए जो ई.एन.ए प्रयोग होता था वह पेंट तथा सेनिटाइजर बनाने के काम आता है। श्री शर्मा ने बताया कि पिछले एक साल से यह कारोबार चल रहा था जिससे पिछले तीन चार महीने में यह 100 करोड़ रूपए की आय कर चुके हैं।
कांग्रेसी नेताओं पर पिछले साढ़े तीन साल से नकली शराब का कारोबार चलाने का दोष लगाते हुए श्री शर्मा ने कहा कि पिछले दिनों खन्ना में भी एक अवैध कारखाना पकड़ा गया था जिससे पूरे पंजाब को अवैध घटिया शराब की सप्लाई की जा रही थी। लुधियाना में ढ़ाई तीन सौ रूपए का स्पिरिट लेकर जानी वॉकर तथा ब्लू लेबल जैसे महंगे ब्रांडों की नकली शराब तैयार करके बेची जा रही थी। उन्होने कहा कि कांग्रेसी नेताओं द्वारा पैसे की लालसा में सिर्फ सरकारी खजाने को ही नही लूटा जा रहा है बल्कि जहरीली शराब पिलाकर लोगों की जिंदगियों के साथ भी खेला जा रहा है।
अकाली नेता ने कहा कि अब कांग्रेसी लीडरों में अवैध शराब के कारोबार मंे हिस्सेदारी को लेकर कलह छिड़ गया है। उन्होने कहा कि कितने दुख की बात है कि एक तरफ तो लोग कोरोना बीमारी से मर रहे हैं तथा दूसरी तरफ कांग्रेसी मंत्री, विधायक तथा हल्का ईंचार्ज अपने शोरूमों मे बनाए ठेकों द्वारा यह घटिया शराब बेचकर पंजाब के लोगों की जिंदगियों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होने कैप्टन अमरिंदर सिंह से अनुरोध किया कि पंजाब के राजस्व को बचाने के लिए घटिया शराब के इस कारोबार की जांच सीबीआई यां वर्तमान न्यायाधीश से करवाई जाए।