चंडीगढ़, 9 अप्रैल- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने उच्चतर शिक्षा विभाग के विद्यार्थियों को तनाव और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियों से मुक्ति दिलाने के लिए आज 24x7 हेल्पलाइन लांच की। माना जा रहा है कि कोवीड-19 की महामारी के कारण कुछ विद्यार्थी तनावग्रस्त हो सकते हैं।
शिक्षा मंत्री ने विडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने जगाधरी (यमुनानगर) निवास से हेल्पलाइन शुरू करने के बाद कहा कि हमारे राज्य के उच्चतर शिक्षा विभाग की कक्षाओ में पढऩे वाले अधिकांश छात्र निम्न मध्यम वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से हैं और उन्हें अपने तनाव के स्तर को कम करने के लिए कोई भी समाधान और मार्गदर्शन नहीं मिलता है। ऐसे छात्र, जो lockdown के कारण तनावग्रस्त होकर अपनी पढ़ाई न छोड़ दें, उनकी काउन्सलिंग के लिए यह हेल्पलाइन 24x7 एक मार्गदर्शक एजेंट के रूप में काम करेगी।
यहां यह भी उल्लेख करना उचित होगा कि विभाग ने छात्रों के बीच मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे, तनाव, चिंता, अवसाद, असंतोष को कम करने और आगे बढऩे को प्रेरित करने के लिए चार सरकारी कॉलेजों में ‘मेसर्स योवर दोस्त’ एजेंसी के साथ मिलकर एक काउंसलिंग हेल्पलाइन शुरू की है। लेकिन फिलहाल नेशनल लॉकडाउन की इस अवधि के दौरान, हरियाणा में सरकारी कॉलेजों के सभी छात्रों के लिए मैसर्स YourDost द्वारा प्रदान की जाने वाली हेल्पलाइन की सेवाओं का विस्तार करने का निर्णय लिया गया है। खास बात यह है कि इस एजेंसी ने कोविड-19 की संकट की इस घड़ी में इसे मुफ्त में करने पर सहमति व्यक्त की है। उच्चतर कक्षाओं में पढऩे वाले करीब 3.5 लाख छात्रों की बड़ी मात्रा में कॉल का प्रबंधन करने के लिए, विभाग ने एक अन्य एजेंसी ‘मैसर्स टच बेस’ के साथ भी करार किया है जो टेलीमेडिसिन ऐप प्रदान करेगा। मैसर्स टचबेस एजेंसी हरियाणा के सरकारी कॉलेजों व यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले मनोविज्ञान के शिक्षकों को परामर्श देने के लिए भी सहमत हो गई है। यहीं नही 180 मनोविज्ञान शिक्षकों को पहले से ही एजेंसी द्वारा प्रशिक्षित किया जा चुका है जो इस कोवीड-19 संकट के दौरान छात्रों को परामर्श देंगे।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि वर्तमान हालातों में यह 24x7 हेल्पलाइन विद्यार्थियों के लिए लाभदायक सिद्ध होगी। हेल्पलाइन के शुभारंभ अवसर पर चंडीगढ़ में उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अंकुर गुप्ता, महानिदेशक अजीत बालाजी जोशी के अलावा साथ-साथ 180 मनोविज्ञान शिक्षक भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मोड के माध्यम से राज्यभर में विभिन्न स्थानों पर उपस्थित थे।