,चंडीगढ़- अग्रजन पत्रिका के लिए सत्यनारायण गुप्ता-
पंजाब में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में मंगलवार को संक्रमितों की तादाद बढ़कर 99 हो चुकी है, जिनमें से 8 लोगों की मौत भी हो गई है। जहां तक संक्रमण के बढ़ने के मुख्य कारण की बात है, सूबे में एक विशेष समुदाय (तब्लीगी जमात) के लोग सबसे बड़ी चुनौती बने हुए हैं। ये वो लोग हैं, जो 8 से 10 मार्च तक दिल्ली के निजामुद्दीन में एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद देश के कोने-कोने में बिखकर समस्या बढ़ाने में लगे हैं। हालत यह है कि राज्य की सरकार ने इन लोगों को आपराधिक कार्रवाई का डर दिखा अल्टीमेटम दे डाला है, ताकि ये लोग घरों से बाहर निकल आएं और खतरनाक वायरस से जिंदगी की जंग हम जीत सकें। पंजाब के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी बुलेटिन के मुताबिक अब तक कुल 2559 लोगों की सैपलिंग हुई। हालांकि इनमें से 2204 की रिपोर्ट निगेटिव आई है, लेकिन अभी तक 99 लोगों को संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। सोमवार और मंगलवार को 24 घंटे के दौरान संक्रमण के 20 मामले सामने आए हैं। 8 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
सोमवार तक जहां राज्य में सबसे ज्यादा नवांशहर में 19 मामले थे, वहीं मंगलवार की रिपोर्ट पर गौर करें तो 26 पॉजिटिव केसों के साथ मोहाली दूसरे नंबर से एक नंबर पर पहुंच गया है। अमृतसर में 10, होशियारपुर-पठानकोट में 7-7, जालंधर-लुधियाना में 6-6 मामले आ चुके हैं।मानसा में 5, मोगा में 4, रोपड़ में 3, फतेहगढ़ साहिब में दो लोगों को संक्रमण है, वहीं पटियाला, फरीदकोट,बरनाला और कपूरथला में भी एक-एक व्यक्ति को संक्रमण की पुष्टि हुई है।सबसे पहले 18 मार्च को नवांशहर जिले के गांव पठलावा के बुजुर्ग पाठी की मौत हुई, जो बीते दिनों जर्मनी से आया था। उसके संपर्क में आने के चलते 29 मार्च को होशियारपुर के एक व्यक्ति की मौत हो गई। वह अमृतसर में भर्ती था।30 मार्च को लुधियाना की 42 साल की महिला की पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल में भर्ती कराए जाने और संक्रमण की पुष्टि होने के कुछ ही घंटे बाद मौत हो गई थी। 31 मार्च को चंडीगढ़ पीजीआईएमईआर में भर्ती मोहाली के 65 साल के व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। 3 अप्रैल को अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती श्री हरिमंदिर साहिब के पूर्व रागी भाई निर्मल सिंह का भी निधन हो गया। हालांकि 20 मार्च को निर्मल सिंह की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, लेकिन दोबारा तबीयत बिगड़ने के बाद फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया। 1 अप्रैल को शाम को रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो 2 अप्रैल की सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली। रविवार 5 अप्रैल को लुधियाना के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती 69 साल की महिला ने दम तोड़ दिया, जो 31 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराई गई थी और 2 अप्रैल को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती पठानकोट जिले के सुजानपुर की 75 वर्षीय महिला की भी रविवार को ही मौत हो गई। यह जिले का पहला पॉजिटिव केस था। महिला को 1 अप्रैल को पठानकोट से अमृतसर रेफर किया गया था। चार अप्रैल को उसे कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी और 5 को उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद सोमवार-6 अप्रैल को अमृतसर में नगर निगम से रिटायर हो चुके 65 साल के एक और व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। हालांकि पहले उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन दोबारा तबीयत बिगड़ी और भर्ती कराया गया तो रविवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो सोमवार सुबह सांसें थम गई।
दूसरी ओर एक अच्छी खबर भी है। कई दिन पहले अमृतसर में भर्ती होशियारपुर का युवक ठीक होकर घर पहुंच चुका है। यह पंजाब का पहला मामला था। इसके अलावा नवांशहर में मृतक पाठी के परिवार और आसपास के भी 8 लोगों के ठीक होने की बात कही जा रही है।