चंडीगढ़- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता-
इस समय जबकि पूरा विश्व कोरोना त्रासदी से त्राहि-त्राहि कर रहा है, हिमाचल महासभा, चण्डीगढ़ ने भी अपनी सामाजिक प्रतिबद्धताओं को निभाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। इसके तहत आज अटावा में 500 पैकेट भोजन वितरित किया गया। संस्था के महासचिव भागीरथ शर्मा ने बताया सभा ने लोगों को संदेश भी दिया के इस महामारी के संकट में दूरियां बनाकर रखें, बार बार हाथ धोंये, अपने आसपास साफ-सफाई रखें, बिना जरूरत के घर से बाहर ना निकले, किसी भी प्रकार की अफवाहों के शिकार मत होइए व किसी को खांसी सांस लेने में दिक्कत बुखार हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इस मौके पर सभा के अध्यक्ष डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि चण्डीगढ़ में रह रहे अनेक हिमाचली लोगों ने बाद चढ़ कर इस नेक काम में योगदान दिया है। सभा ने इन सभी का धन्यवाद भी अदा किया।
इसी तरह से ग्राम दरिया के पूर्व सरपंच व भाजपा नेता एवं समाजसेवी गुरप्रीत सिंह हैप्पी ने कोविड-19 महामारी के कारण पैदा हुई अभूतपूर्व स्थितियों को देखते हुए आज अपनी बेटी लवप्रीत कौर की वर्षगाँठ को अलग ढंग से मनाने का फैसला किया। इसके तहत उन्होंने महामारी के खतरे के बीच गाँव में साफ़-सफाई के काम में जुटे नगर निगम के सफाई कर्मियों को आटा व गुड़ मुहैया कराया व उन्हें सम्मानित भी किया। इस अवसर पर गाँव के अन्य गणमान्य लोगों के अलावा बिजली विभाग के अधिकारी नरिंदर कुमार भी मौजूद थे। दुसरी ओर शहर का एक भी व्यक्ति भूखा न सोये इस उद्देश्य के साथ जय गुरु देव संस्था के चेयरमैन और भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष हरिशंकर मिश्रा, संस्था के अध्यक्ष डॉ. उमाशंकर मौर्य और राजीव पांडेय पिछले कई दिनों से काम कर रहे हैं। हल्लोमाजरा के दीप कांप्लेक्स स्थित जय गुरु देव भवन में रोजाना 700 लोगों के लिए खाना तैयार किया जाता है। यह शुद्ध शाकाहारी भोजन संस्था के लोगों द्वारा ही तैयार और पैक किया जाता है। जरूरतमंदों तक रोज़ाना अलग व्यंजन पहुँचे इसीलिए पूर्वांचल का मशहूर पकवान लिट्टी- चोखा बनाया गया और प्रशासन की मदद से जरूरतमंदों तक पहुंचाया गया। चण्डीगढ़ के विभिन्न इलाकों में रहने वाले मजदूर ज्यादातर उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले है, यही सोचते हुए संस्था ने लिट्टी चोखा बनाने का फैसला लिया। कुल 700 पैकेट तैयार किये गए। एक पैकेट में चार लिट्टी और चोखा पैक किया गया है। इस मुसीबत के समय में मजदूर अपने घरों से दूर फंसे हुए है, इसलिए उन्हें अपने घर के जैसा खाना मिले, इसलिये लिट्टी- चोखा बनाया गया। जब से कर्फ्यू लगा है तब से वह इसमें योगदान दे रहे हैं। हरिशंकर मिश्रा का कहना है कि इस मुश्किल घड़ी में कोई भूखा न सोए, हर जरूरतमंद को खाना मिले। यही उनकी सेवा का उद्देश्य है। कहा कि, लोगों का कहना था कि वह खुद इस तैयार खाने को लोगों तक पहुंचाए लेकिन स्थिति और सभी की सुरक्षा को देखते हुए ही प्रशासन की सहायता ली जा रही है, ताकि बिना किसी रूकावट के जरूरतमंद तक खाना पहुंचे।