चंडीगढ़- अग्रजन पत्रिका के लिए सत्यनारायण गुप्ता- पंजाब में सोमवार तक पॉजिटिव मरीजों की संख्या 73 हो गई। सोमवार को कोरोना संक्रमित पूर्व एडिशनल कमिश्नर की मौत हो गई। इसके साथ ही प्रदेश में मृतकों की संख्या आठ हो गई। वहीं मोहाली में चार नए केस सामने आए है।रपंजाब के सेहत विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य के 12 जिलों में कोरोना वायरस ने पांव पसार लिए हैं। इनमें सबसे ज्यादा केस नवांशहर में 19 (8 निगेटिव, एक मरीज ठीक, एक मौत), मोहाली में 19 (2 मरीज ठीक, एक मौत), होशियारपुर में 7 (एक ठीक, एक मौत), अमृतसर में 8 (दो मौत), जालंधर में 6, लुधियाना में 5 (2 की मौत), मानसा में 3, रोपड़ में 3, पटियाला, फरीदकोट में 1-1, पठानकोट में एक (जिसकी रविवार को मौत हुई) और बरनाला में एक मरीज हैं।18 मार्च को नवांशहर जिले के गांव पठलावा निवासी बुजुर्ग की मौत हुई, जो जर्मनी से आया था।29 मार्च को नवांशहर के बुजुर्ग के संपर्क में आने से होशियारपुर के एक व्यक्ति की मौत हो गई। वह अमृतसर में भर्ती था।30 मार्च को लुधियाना की 42 साल की महिला की पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में मौत हो गई थी।31 मार्च को चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती मोहाली के 65 साल के व्यक्ति ने दम तोड़ दिया था। 3 अप्रैल को अमृतसर के श्री गुरु नानक देव जी अस्पताल में भर्ती श्री हरमंदिर साहिब के पूर्व रागी भाई निर्मल सिंह का निधन हो गया था।05 अप्रैल को लुधियाना में शिमलापुरी निवासी कोरोना पीड़ित 68 वर्षीय महिला ने जान गंवाई।05 अप्रैल को पठानकोट निवासी महिला की गुरु नानक देव अस्पताल अमृतसर में मौत हुई।6 अप्रैल को अमृतसर में निगम के पूर्व एडिशनल कमिश्नर की मौत हुई। अमृतसर नगर निगम के पूर्व एडिशनल कमिशनर की मौत पूर्व अफसर ने फोर्टिस हस्पताल में अंतिम सांस ली। उन्हें रविवार को गुरुनानक देव अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से शिफ्ट करके फोर्टिस हॉस्पिटल में दाखिल करवाया गया था। अमृतसर के चाटीविंड क्षेत्र की चन्नन सिंह कॉलोनी में रहने वाले पूर्व एडिशनल कमिश्नर कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। स्वास्थ्य विभाग ने उनकी पत्नी व बेटी को भी आइसोलेट कर लिया था। दोनों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हुए हैं। खास बात यह है कि पूर्व एडिशनल कमिश्नर की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी। 29 मार्च को उन्हें खांसी-जुकाम की शिकायत हुई तो वे गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती हुए थे। डॉक्टरों ने उनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे थे, पर रिपोर्ट निगेटिव आई थी। ऐसे में डॉक्टर ने उन्हें मेडिसिन वार्ड में दाखिल होने को कहा, पर हालात देखकर उन्होंने भर्ती होने से इनकार कर दिया। वह घर लौट गए, लेकिन खांसी-जुकाम के साथ सांस की तकलीफ बढ़ गई। फिरवह दोबारा गुरु नानक देव अस्पताल में आए। डॉक्टरों ने उन्हें वेंटीलेटर पर ट्रीटमेंट लेने को कहा, पर वह बिना इलाज करवाए फोर्टिस अस्पताल में दाखिल हो गए। फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों को उन्होंने मेडिकल कॉलेज स्थित इंफ्लुएंजा लैब की निगेटिव रिपोर्ट दिखाई। हालांकि डॉक्टरों ने भांप लिया था कि उनमें कोरोना के लक्षण हैं, इसलिए उन्होंने एसएलआर लैब से टेस्ट करवाया, जिसकी रिपोर्ट रविवार को पॉजिटिव आई। बताया जा रहा है कि पूर्व एडिशनल कमिश्नर वर्तमान में अमृत प्रोजेक्ट के कंसल्टेंट के रूप में काम कर रहे थे। इसलिए स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन अब यह पता लगाने में जुटा है कि पिछले एक माह में वे किन लोगों के संपर्क में आए।
उधर मोहाली शहर में सोमवार को चार और कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए है। इसके साथ ही मोहाली में कोरोना पीड़ितों की संख्या 19 हो गई। इनमें से एक व्यक्ति की मौत तक हो चुकी है। एक पीड़ित सेक्टर 68 का रहने वाला है। उसकी उम्र 29 साल है। पीड़ित के पिता पहले से ही कोरोना संक्रमित हैं। उनका ज्ञान सागर अस्पताल में इलाज चल रहा है। युवक की रिपोर्ट सोमवार सुबह सेहत विभाग के पास पहुंची। सिविल सर्जन मोहाली मनजीत सिह ने इसकी पुष्टि की है। पीड़ित के पिता दिल्ली में हुए धर्मिक समागम में शामिल होकर आए थे। बाकी तीन केस जवाहपुर डेराबस्सी में पॉजिटिव मिले युवक के परिवार के सदस्य हैं। इसमें उसकी पत्नी, भाई और पिता शामिल हैं। डीसी गिरीश दियालन ने इसकी पुष्टि की। रोपड़ जिले में कोरोना वायरस के दो पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इसके साथ ही जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या तीन हो गई। बीते दिन मोरिंडा के गांव चतामली वासी एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद सेहत विभाग ने मरीज के पारिवारिक सदस्यों और उसके संपर्क में आने वाले लोगों के भी सैंपल लिए। डीसी सोनाली गिरी ने बताया कि सैंपल की जांच के बाद इस व्यक्ति की पत्नी(54) तथा बेटे(16) की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनों मरीजों को बनूड़ के ज्ञान सागर अस्पताल में आइसोलेट किया गया है। डीसी ने बताया कि कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों के लिए जिले में 91 बेड तैयार किए गए हैं। 55 बेड का प्रबंध रोपड़ के सरकारी अस्पताल तथा 36 बेड का प्रबंध नंगल के सरकारी अस्पताल में किया गया है।