पंचकूला अप्रैल- अग्रजन पत्रिका से इंद्रा गुप्ता- -दिव्य ज्योति जागृति संस्थान सेक्टर 15 पंचकूला स्थित आश्रम में श्री आशुतोष महाराज जी की साध्वी शिष्याओं ने कोरोना वायरस के विरुद्ध मुहिम अंधकार से प्रकाश की ओर के तहत रात्रि 9 बजे 9 मिनट के लिए दीपक प्रज्जवलित किये। इस दौरान साध्वी बहनों ने शांति पाठ का उच्चारण किया ओर पूरे विश्व की मंगल कामना के लिए प्राथना की। साध्वी मैथिली भारती जी ने कहा कि दीप प्रज्जवलित करना, मोमबत्ती जगाना, टॉर्च जलाना या फिर मोबाइल फ़ोन की टॉर्च को जगाने के पीछे मात्र एक ही उदेश्य है ओर वो है, सकारात्मक ऊर्जा का विस्तार करना एवं सम्पूर्ण भारतवर्ष की संगठित शक्ति का परिचय देना। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में भी नकारात्मक एवं सकारात्मक ऊर्जा के मध्य जंग चल रही है। हमारे इतिहास में भी देखें तो जिस समय पूरे विश्व में महिषासुर नामक दैत्य का आतंक फैला हुआ था तो उस समय सभी शक्तियां देवी-देवताओं ने अपने भीतर से प्रकाश का पुंज निकाला था ओर उस पुंज में से माँ भगवती प्रकट हुई। माँ भगवती ने 9 दिन ओर 9 रात्रि तक महिषासुर के साथ संग्राम कर के उसका अंत कर दिया था। देखा जाए तो आज भी इतिहास अपने आप को फिर से दोहरा रहा है, लेकिन कोरोना वायरस रूपी नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने के लिए वो शक्ति पुंज कहा से आये। इसलिये यदि आज समाज की एक-एक ईकाई संगठित हो कर जब दीपक प्रज्जवलित करेगी तो एक सकारात्मक ऊर्जा का पुंज प्रकट होगा। इसी उद्देश्य से आज दिव्य ज्योति जागृति संस्थान इस महामारी के विरुद्ध कार्यरत है। साध्वी जी ने कहा कि ये जो बाहरी ज्योति है वो संकेत करती है हमें हमारी भीतर की भर्गो ज्योति के साथ जुड़ने के लिए एवं अंतरात्मा से उस ईश्वर के साथ एकाकार होने के लिए। अन्त में उन्होंने कहा कि आज प्रत्येक मनुष्य को पूरे विश्व के सुख और मंगल कामना के लिए प्राथना करनी चाहिए।