दिल्ली--मरकज के रूप आई कोरोना आफ़त!!*
कोरोना वायरस से हुई कम से कम 10 मौतों के तौर दिल्ली में हुए एक धार्मिक आयोजन से जुड़ रहे हैं. तबलीगी जमात नाम के इस संगठन का यह आयोजन इसी महीने निजामुद्दीन इलाके में हुआ था. इसमें हिस्सा लेने वाले और बाद में दम तोड़ने वाले 10 लोगों में से छह तेलंगाना से हैं जिनमें कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. आयोजन में हिस्सा लेने वाले अंडमान और निकोबार द्वीप के नौ लोगों में भी कोरोना वायरस का टेस्ट पॉजिटिव आया है. आयोजन के बाद तेलंगाना गए कम से कम 10 इंडोनेशियाई नागरिकों में भी इसकी पुष्टि हुई है. दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस के जो 25 नए मामले दर्ज हुए उनमें से 18 इस आयोजन से ही जुड़े थे. इसी महीने दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुए तबलीगी जमात के इस आयोजन में दो हजार से भी ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था. इनमें मलेशिया, इंडोनेशिया, सऊदी अरब और किर्गिस्तान से आए प्रतिनिधि शामिल थे. करीब 1500 लोग आयोजन के बाद भी इस जगह टिके रहे और इसी बीच 24 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान हो गया. बताया जा रहा है कि निजामुद्दीन इलाके में लोगों की एक बड़ी तादाद में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने की खबर मिली थी. इसके बाद दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के साथ डॉक्टरों की एक टीम वहां पहुंची. आयोजन में हिस्सा लेने वाले 300 से भी ज्यादा लोगों को अब कोरोना वायरस के टेस्ट के लिए अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया है. ताजा खबर यह है कि इनमें से 24 से ज्यादा लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो गई है. इन लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों की भी पहचान की गई है और उन्हें अस्पतालों में ले जाया गया है. आयोजन में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों से अपील की गई है कि वे अपने-अपने यहां संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें. निजामुद्दीन इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया है. इस आयोजन की अगुवाई करने वाले मौलाना के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. और भी बड़ी चिंता की बात यह है कि आयोजन खत्म होने के बाद लोगों की एक बड़ी तादाद 20-30 बसों में भरकर देश के अलग-अलग इलाकों में स्थित अपने घरों को लौट गई थी. माना जा रहा है कि इसके चलते कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में अब तेज बढ़ोतरी हो सकती है. फिलहाल यह आंकड़ा 1400 को पार कर चुका है।