चंडीगढ़-- अग्रजन पत्रिका के लिए इंद्रा गुप्ता-
शहर में कर्फ्यू के दौरान आवश्यक समान के लिए दुकान खोलने को लेकर दी गई ढील कि कुछ लोग आलोचना कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन के दुकान खोलने के फैसले की आलोचना वही लोग कर रहे हैं। जिनके पेट भरे हैं और घरों में पर्याप्त मात्रा में राशन स्टॉक कर रखा गया है। इस फैसले के बारे में एक बार उन लोगों से पूछा जाए जो भूखे हैं और घरों में बचा-कुचा राशन खत्म हो चुका है। जरूरतमंद लोगों ने इसे सराहा है। यह कहना प्रशासक वीपी सिंह बदनोर का।
उन्होंने कहा कि हमारे सामने समस्या काफी गंभीर हैं। कर्फ्यू के दौरान प्रशासन का हर एक अफसर अपनी जान जोखिम में डाल सैनिक के तौर पर काम करने में लगा है। यह सहयोग आपस में है। यह बेहद नाजुक समय है और इसलिए कर्फ्यू जैसे कदम उठाए गए। शनिवार से दिन में आठ घटें दुकानें खोलने की रिलैक्सेशन देने का मतलब कई लोगों को समझ में नहीं आया। इसके खिलाफ कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर दी गई। प्रशासक ने कहा कि हमने अपने स्तर पर सब्जियों व फलों को घर-घर तक पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन ऐसे करने में सफल नहीं हुए। इतना बड़ा काम दो दिन के अंदर तैयारी के बावजूद पूरा नहीं हुआ। कॉलोनियों में बहुत सारी व्यवस्थाएं की गईं। चंडीगढ़ अकेला शहर नहीं है, मोहाली और पंचकूला को मिलाकर ट्राइसिटी बन जाता है। ऐसे में प्रशासन जो भी निर्णय ले रहा है, तीनों शहरों को ध्यान में रखकर लिया जाता है। हर रोज पंचकूला और मोहाली के अफसरों के साथ मीटिंग हो रही है और कई प्रकार की दिक्कतें दूर की जा रही हैं। लोगों की दिक्कतों को देखते हुए पहले दकानों को सुबह-शाम दो-दो घंटे खोलने का फैसला लिया औऱ बाद में इस अवधि को बढ़ाया गया। बहुत लोगों ने सराहना की और जिनके पास राशन व अन्य जरूरी सामाम होगा, उन्होंने इसकी आलोचना की। बदनोर ने कहा कि चंडीगढ़ की सेक्टर मार्केट में जरूरत का हर सामान मिल जाता है, इसलिए लोगों को गाड़ियों की परमिशन नहीं दी गई। यूटी सेक्रेटेरिएट में वार रूम से शहर पर नजर रखी जाएगी। दूध और सब्जियों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। पंजाब में 94 हजार एनआरआई आए। अभी भी पता नहीं उनमें से कितने चंडीगढ़ आए। हालही में दुबई से आया एक युवक कोरोना पाजिटिव मिला। शहर के बाहरी इलाकों में दूध, सब्जियां पहुंचाना चुनौती है। लोग आगे आकर मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने कोविड फंड शुरू किया है। मैने खुद अपनी जेब से एक लाख रूपए दिए हैं। अफवाहों और नेगेटिव चीजों पर ध्यान न दें।