चण्डीगढ़, 27 मार्च- भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने सभी राज्य सरकारों से कहा है कि कोरोना की बीमारी से निपटने के लिए सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थाओं, सामाजिक व धार्मिक संगठनों का भरपूर सहयोग लें।
श्री कोविन्द आज राष्ट्रपति भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी राज्यों के राज्यपालों से कोरोना वायरस की स्थिति पर चर्चा कर रहे थे और राज्य सरकारों द्वारा इस संबंध में किए गए कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
राष्ट्रपति ने प्रथम सत्र में हरियाणा सहित महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक के राज्यपालों तथा दिल्ली के उप-राज्यपाल से बातचीत की। उन्होंने आज दो सत्रों में कुल 15 राज्यों के राज्यपालों से समीक्षा की। उन्होंने कोरोना महामारी से निपटने में सहयोग करने के लिए देश की जनता का धन्यवाद किया तथा साथ ही इस कार्य में लगे डॉक्टरों, पुलिसकर्मियों, सफाईकर्मियों व अन्य विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी।
इस अवसर पर उप-राष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू ने भी कोरोना बीमारी की स्थिति की समीक्षा करते हुए राज्यपालों से चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने हरियाणा में कोरोना बीमारी से निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की
हरियाणा सरकार द्वारा कोरोना बीमारी से निपटने के लिए किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए हरियाणा के राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य ने कहा कि हरियाणा इस आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना बीमारी की स्थिति में गरीब व दैनिक वेतनभोगी मजूदर, रिक्शा चालक व रेहड़ी वालों के लिए आर्थिक पैकेज की भी घोषणा की है।
श्री आर्य ने कहा कि हरियाणा रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा प्रत्येक जिले में मास्क, हैंड सेनिटाईजर और दवाईयां वितरित की जा रही हैं। गरीब मरीजों को अस्पताल तक लाने के लिए नि:शुल्क एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध करवाई जा रही है, इसके साथ-साथ रेड क्रॉस के स्वंय सेवक सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से प्रतिदिन गरीब, बेघर, बेसहारा, मजदूरों व अन्य जरूरतमंदों तक सुखा राशन एवं पैक्ड खाना पहुंचा रहे हैं। इसके अलावा, प्रत्येक जिले में 200 स्वंय सेवकों की टीमें भी बनाई गई हैं जो हर कार्य में प्रशासन का सहयोग कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि रेड क्रॉस के पदाधिकारियों व संस्था से जुड़े सभी स्वंय सेवकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब व जरूरतमंद लोगों के पास खाद्य वस्तुएं एवं दवाईयां आदि पर्याप्त मात्रा में पहुंचाना सुनिश्चित करें ।